स्थानीय नीति से भला नहीं
आदिवासी संगठनों के पदाधिकारियों ने की बैठक, कहा लोहरदगा : स्थानीय नीति के विरोध में विभिन्न आदिवासी संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक कैमो पतराटोली स्थित एराउज हॉल में अमरनाथ लकड़ा की अध्यक्षता में हुई. बैठक में कहा गया कि झारखंड सरकार द्वारा परिभाषित स्थानीय नीति यहां के आदिवासियों एवं मूलवासियों के खिलाफ है. इस नीति […]
आदिवासी संगठनों के पदाधिकारियों ने की बैठक, कहा
लोहरदगा : स्थानीय नीति के विरोध में विभिन्न आदिवासी संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक कैमो पतराटोली स्थित एराउज हॉल में अमरनाथ लकड़ा की अध्यक्षता में हुई.
बैठक में कहा गया कि झारखंड सरकार द्वारा परिभाषित स्थानीय नीति यहां के आदिवासियों एवं मूलवासियों के खिलाफ है. इस नीति से बाहरी लोगों को लाभ मिलेगा. इस तरह की नीति अन्य राज्यों में नहीं है. झारखंड में स्थानीय नीति का आधार 1932 होना चाहिए, जिससे यहां आदिवासी एवं मूलवासी को स्थानीयता का लाभ मिल सके. बैठक में अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा की गयी. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आदिवासी मूलवासी समन्वय समिति का गठन किया जाये. अगली बैठक में कमेटी का गठन किया जायेगा.
बैठक में आदिवासी छात्र संघ, सरना प्रार्थना सभा, आदिवासी शिक्षक मित्र मंडली, आदिवासी महासभा, आदिवासी लोहरा समाज, ऑल चर्चेज समिति के प्रतिनिधि बालमकुंद लोहरा, विनोद भगत, अनमोल तिर्की, संजय टोप्पो, नरेंद्र मिंज, फिलीप एक्का, राजू बेरनार्ड, फादर सुशील, फादर विंसेंट, सिस्टर जसिंता, नीलम तिर्की, रश्मि कुजूर, बालमुनी उरांव, उदय भगत, सतीश उरांव, निरंजन एक्का, चंद्रदेव उरांव व लुसिया मिंज आदि मौजूद थे.