तपती गरमी, पेयजल की किल्लत
लोहरदगा : जिले में तपती गरमी से जहां लोग परेशान हैं, वहीं बिजली की अनियमित आपूर्ति के कारण जलापूर्ति पर्याप्त मात्र में नहीं होने से लोगों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है. शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में सबसे ज्यादा परेशान लोग पानी को लेकर हैं.
पिछले तीन दिनों तक मोटर खराब रहने के कारण जलापूर्ति बाधित रही. मंगलवार को आंशिक जलापूर्ति हुई. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के द्वारा प्रतिदिन चार लाख गैलेन पानी की आपूर्ति शहर में होती है.
जबकि जरूरत 10 लाख गैलेन की है. मौजूदा समय में नगर पर्षद के पानी टंकी से दो लाख गैलेन, बरवाटोली चौक के टंकी से डेढ़ लाख गैलेन और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यालय के टावर से 50 हजार गैलेन पानी की आपूर्ति होती है. लोहरदगा जिला बनने के 30 वर्ष के बाद भी शहर के कई हिस्सों में अब तक पाइप लाइन से जलापूर्ति संभव नहीं हो सकी है.
पठारी जिला होने के कारण यहां के अधिकांश चापाकल खराब पड़े हैं. शहर में गिने-चुने कुएं हैं. जो सूख चुके हैं. ग्रामीण इलाकों में भी पानी की स्थिति काफी भयावह है. कुडू, भंडरा, सेन्हा, किस्को, कैरो में पानी के लिए लोग परेशान हैं. लोहरदगा जिला में चापाकलों की संख्या 6094 है. इनमें से लगभग 1 हजार चापाकल खराब हैं.
इनके मरम्मति के लिए मुखिया को राशि दी गयी है. अधिकांश मुखिया चापाकल मरम्मति की राशि पर कुंडली मार कर बैठे हैं. राशि खर्च नहीं कर रहे हैं. नतीजतन लोगों को परेशानी हो रही है. लोहरदगा जिला के भंडरा प्रखंड में लोग 10 रुपये भार की दर से पानी खरीद रहे हैं.
इधर जिले में तापमान लगातार बढ़ रहा है. तापमान 43 डिग्री को पार कर चुका है. दिन में तेज धूप और रात में उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान किये हुए है. गरमी से बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है. सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी क्लिनिकों में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. गरमी के कारण लोग परेशान हैं.