कैरो प्रखंड में मनरेगा के स्वीकृत 146 डोभा में 140 पूर्ण
कैरो-लोहरदगा : कैरो प्रखंड में वित्तीय वर्ष 2015-16 में मनरेगा के तहत 146 तथा भूमि संरक्षण विभाग द्वारा 172 डोभा निर्माण की स्वीकृति दी गयी थी. इसमें प्रखंड क्षेत्र की छह पंचायतों के 26 गांव में मनरेगा के तहत 140 डोभा का निर्माण पूर्ण हो चुका है. छह डोभा का निर्माण नहीं हो पाया है. […]
कैरो-लोहरदगा : कैरो प्रखंड में वित्तीय वर्ष 2015-16 में मनरेगा के तहत 146 तथा भूमि संरक्षण विभाग द्वारा 172 डोभा निर्माण की स्वीकृति दी गयी थी. इसमें प्रखंड क्षेत्र की छह पंचायतों के 26 गांव में मनरेगा के तहत 140 डोभा का निर्माण पूर्ण हो चुका है.
छह डोभा का निर्माण नहीं हो पाया है. इसी तरह भूमि संरक्षण विभाग द्वारा स्वीकृत 172 डोभा में से लगभग सभी का काम पूरा कर लिया गया है. मनरेगा के तहत कैरो पंचायत में 17 में से 16 डोभा पूर्ण हुआ है. गजनी पंचायत में 24 में से 23 डोभा पूर्ण, हनहट पंचायत में 28 डोभा में से 27 पूर्ण, गुड़ी पंचायत में 17 डोभा का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. नरौली पंचायत में 30
डोभा निर्माण को स्वीकृति दी गयी थी, जिसमें 28 पूर्ण एवं सढ़ाबे पंचायत में 30 डोभा में से 29 डोभा पूरा कर लिया गया था.डोभा निर्माण एवं डोभा निर्माण स्थल को लेकर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. समाजसेवी राम पवित्र सोनी का कहना है कि सरकार किसानों एवं ग्रामीणों के विकास के लिए तो विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाती है, लेकिन इसमें सही चुनाव नहीं होने के कारण योजनाएं कई बार कारगर साबित नहीं होती. विशेश्वर प्रसाद दीन का कहना है कि डोभा निर्माण से किसानों एवं आम लोगों को लाभ हुआ है. डोभा निर्माण से जहां सिंचाई सुविधा लोगों को मिली है, वहीं जलस्तर भी ऊपर आया है. डोभा निर्माण से किसान खरीफ फसल के अलावा अन्य
खेती कर सकते हैं. उन्हें सिंचाई की चिंता नहीं रहेगी.
नारायण कुमार का कहना है कि प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में डोभा निर्माण का काम हुआ है, किंतु कई स्थानों पर सही स्थल का चुनाव नहीं होने के कारण कई डोभा अनुपयोगी साबित हो रहा है.
सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ किसानों एवं ग्रामीणों को मिले, इसकी जिम्मेवारी पदाधिकारियों एवं कमिर्यों को है. अधिकतर स्थानों में तो डोभा कारगर साबित हो रहा है. किसान दीन दयाल उरांव का कहना है कि डोभा निर्माण से किसानों को काफी लाभ हो रहा है. धन कटनी के बाद इन खेतों में गेहूं, चना व सरसो सहित अन्य फसलों को लगाना अब आसान हो गया है. कैरो प्रखंड क्षेत्र के लोग काफी मात्रा में सब्जी की खेती भी करते हैं. ऐसे में डोभा लोगों के लिए वरदान साबित होगा