पुलता दहन को लेकर टाना भगत का दो गुट आमने-सामने

नहीं हो सका मुख्यमंत्री का पुतला दहन लोहरदगा : समाहरणालय के समीप मंगलवार को उस समय अजीब स्थिति उत्पन्न हो गयी, जब टाना भगतों के दो गुट आमने-सामने आ गये. अखिल भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानी गांधीवादी टाना भगतों को अखिल भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानी टाना भगतों ने मुख्यमंत्री रघुवर दास का पुतला जलाने से रोक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2016 8:04 AM
नहीं हो सका मुख्यमंत्री का पुतला दहन
लोहरदगा : समाहरणालय के समीप मंगलवार को उस समय अजीब स्थिति उत्पन्न हो गयी, जब टाना भगतों के दो गुट आमने-सामने आ गये. अखिल भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानी गांधीवादी टाना भगतों को अखिल भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानी टाना भगतों ने मुख्यमंत्री रघुवर दास का पुतला जलाने से रोक दिया.
मौके पर शिवशंकर टाना भगत, शंख टाना भगत, सोमा टाना भगत, तिंबड़ू टाना भगत, रामचंद्र टाना भगत, दांदु टाना भगत, घुड़ू टाना भगत, विरिया टाना भगत, खुदी टाना भगत, धनी टाना भगत, देवठान टाना भगत, बिरसा टाना भगत, रंजीत टाना भगत व धर्मासाय टाना भगत आदि टाना भगत ने कहा कि पुतला जलाना हमलोगों की संस्कृति में नहीं है. वहीं अखिल भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानी गांधीवादी टाना भगत के दर्जन भर लोग जो किशुन टाना भगत व सुधीर टाना भगत (जो पलामू जिला के रहने वाले हैं) के साथ आये थे, वे मुख्यमंत्री का पुतला जलाने लगे.
दूसरे गुट ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वे लोग नहीं मानें. इस पर शिवशंकर टाना भगत सहित अन्य टाना भगत समाहरणालय में अपर समाहर्ता रंजीत कुमार के पास पहुंचे गये. उन्होंने पुतला दहन रोकवाने की मांग की. अपर समाहर्ता श्री सिन्हा घटना स्थल पर पहुंचे और पुतला जलाने वालों को समझा कर शांत कराया. पुतला जलाने आये लोगों के साथ महिलाएं एवं बच्चे भी थे. इन लोगों का कहना था कि रघुवर सरकार के राज्य में उनकी दुर्दशा हो रही है.
हमलोगों ने पुतला दहन एवं एसपी को ज्ञापन देने की घोषणा काफी पहले कर दी थी. हमारे साथ कुड़ू, रांची, लोहरदगा, गुमला, चतरा, हजारीबाग, पलामू व सिंहभूम के लोग भी हैं. बार बार ज्ञापन देने के बाद भी सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है. वर्तमान सरकार हमारे हक एवं अधिकार को मिटाने का प्रयास कर रही है. हमलोग इसी का विरोध करने आये हैं. समझाने के बाद दोनों पक्ष के लोग बगैर पुतला दहन किये लौट गये.

Next Article

Exit mobile version