बिचौलियों को बेचना पड़ रहा है धान

अधिकृत कंपनी द्वारा धान खरीद नहीं किये जाने से किसान परेशान कुड़ू(लोहरदगा) : राज्य सरकार ने किसानों को धान की फसल बेचने में परेशानी नहीं होने की बात को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र की कंपनी एनसीएमएल को अधिकृत किया. कंपनी ने कुड़ू प्रखंड में दो स्थानों चीरी लैंपस और कुड़ू लैंपस में धान की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2017 7:27 AM
अधिकृत कंपनी द्वारा धान खरीद नहीं किये जाने से किसान परेशान
कुड़ू(लोहरदगा) : राज्य सरकार ने किसानों को धान की फसल बेचने में परेशानी नहीं होने की बात को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र की कंपनी एनसीएमएल को अधिकृत किया. कंपनी ने कुड़ू प्रखंड में दो स्थानों चीरी लैंपस और कुड़ू लैंपस में धान की खरीद के लिए किसानो का रजिस्ट्रेशन शुरू किया.
किसानों के नंबर के आधार पर मोबाइल मैसेज से धान की खरीद शुरू हुई. दोनों स्थानों पर जनवरी माह में प्रक्रिया के तहत धान की खरीदारी शुरू होने से किसानो में उत्साह दिखा. राज्य सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 14 रुपये 70 पैसे प्रति क्विंटल तथा प्रति क्विंटल बोनस एक सौ तीस रुपये कुल 1600 सौ रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदारी प्रारंभ करवाया.
कुड़ू प्रखंड के लगभग दो हजार किसानों ने धान बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया. जनवरी माह में लगभग दो सौ किसानों से धान लेने के बाद गोदाम में जगह नहीं होने के बात कहते हुए कंपनी ने किसानों से धान खरीदना बंद कर दिया. लगभग 1800 सौ किसान धान बेचने के लिए मैसेज का इंतजार दो माह से कर रहे है. मोबाइल पर मैसेज नहीं आने पर किसानों ने जांच पड़ताल की जिसमें उन्होंने लैंपस गोदाम बंद पाया.
अब किसान धान बेचने के लिए परेशान हैं. इस संबंध में बात की कंपनी की ओर से आश्वासन मिला कि आठ दिनों में गोदाम खाली हो जाने पर फिर धान की खरीदारी शुरू हो जायेगी. लेकिन एक माह गुजर जाने के बाद भी धान की खरीद नहीं हो रही है. किसान बिचौलिये को धान दस रुपये से लेकर बारह रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेच रहे हैं. इससे किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है.
किसानों के साथ नाइंसाफी नहीं होने देंगे : केंद्रीय मंत्री
स्थानीय सांसद सह केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि किसानो के साथ नाइंसाफी ठीक नहीं है . धान की खरीद नहीं होने के संबंध में डीसी से बात की जायेगी. किसान बिचौलियों को कम दाम में धान फसल बेच रहें है इसकी डीसी के माध्यम से जांच करायेंगे .

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