सरकारी चापानल में समरसेबल डाला, किया अतिक्रमण

चापानल अतिक्रमण से पेयजल के लिए भटक रहे हैं ग्रामीण प्रखंड के 300 चापानलों में समरसेबल लगा कर किया अतिक्रमण कुड़ू( लोहरदगा) : कुड़ू प्रखंड के सम्मानित लोगों ने अपनी सुविधा के लिए आम जनता को परेशानी में डाल दिया है और सरकारी चापाकल में मशीन डाल कर चापाकल का अतिक्रमण कर लिया है. इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 24, 2017 8:31 AM
चापानल अतिक्रमण से पेयजल के लिए भटक रहे हैं ग्रामीण
प्रखंड के 300 चापानलों में समरसेबल लगा कर किया अतिक्रमण
कुड़ू( लोहरदगा) : कुड़ू प्रखंड के सम्मानित लोगों ने अपनी सुविधा के लिए आम जनता को परेशानी में डाल दिया है और सरकारी चापाकल में मशीन डाल कर चापाकल का अतिक्रमण कर लिया है. इस अतिक्रमण के कारण ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने दक्षिणी छोटानागपुर के तत्कालीन प्रमंडलीय आयुक्त केके खंडेलवाल को लिखित आवेदन देकर मामले से अवगत कराया था. आयुक्त ने पीएचइडी व जिले के डीसी को जांच का निर्देश देते हुए सरकारी चापाकलों के अतिक्रमण करने वालों पर मामला दर्ज करने का आदेश दिया था.
आदेश दिये हुए एक साल गुजर जाने के बाद भी मामला दर्ज नहीं किया जा सका है. वहीं अतिक्रमण भी नहीं हटाया जा सका है. बताया जाता है कि प्रखंड में पीएचइडी विभाग ने 1800 चापाकल लगाया गया है. इनमें तीन सौ चापाकलों का अतिक्रमण कर समरसेबल मशीन डाली गयी है. मशीन डालने के बाद चापानल खराब हो जाता है तो उसे बनाने में भारी परेशानी होती है. चापाकल को ठीक करने के मामले पर विवाद की भी नौबत होती है. कई सरकारी चापाकलों का अस्तित्व ही समाप्त कर दिया गया है. जिले के तत्कालीन डीसी मंजुनाथ भजंत्री ने भी पीएचइडी को मामले के जांच का आदेश दिया था. लेकिन उपायुक्त के तबादला के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया. ग्रामीणों को पेयजल के लिए एक किलोमीटर की दूरी तय कर पानी लाना पड़ता है. पीएचइडी के कनीय अभियंता रोहित भगत ने बताया कि जांच का मौखिक आदेश मिला था.
लिखित आदेश मिलते ही जांच कर कार्रवाई होगी. जिन लोगो ने सरकारी चापकल का अतिक्रमण किया है वह अपनी मशीन हटा लें अन्यथा सरकारी संपत्ति पर कब्जा करने के आरोप में नामजद प्राथमिकी होगी. कुड़ू बीडीओ संतोष कुमार ने बताया कि सरकारी चापाकलों का अपने फायदा के लिए अतिक्रमण मामले को डीसी को अवगत करा कार्रवाई की मांग करेंगे.

Next Article

Exit mobile version