पेशरार पर्यटन स्थल बनेगा

लोहरदगा : लोहरदगा जिला के पेशरार प्रखंड की हसीन वादियां बहुत जल्द ही विश्व के मानचित्र पर पर्यटन स्थल के रूप में नजर आयेगी. कभी उग्रवादियों का गढ़ माना जाने वाला पेशरार प्रखंड आज अपनी हसीन वादियों के लिए चर्चा में है. राज्य के पर्यटन सचिव राहुल शर्मा इस इलाके को पर्यटन स्थल के रूप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2017 8:56 AM
लोहरदगा : लोहरदगा जिला के पेशरार प्रखंड की हसीन वादियां बहुत जल्द ही विश्व के मानचित्र पर पर्यटन स्थल के रूप में नजर आयेगी. कभी उग्रवादियों का गढ़ माना जाने वाला पेशरार प्रखंड आज अपनी हसीन वादियों के लिए चर्चा में है.
राज्य के पर्यटन सचिव राहुल शर्मा इस इलाके को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के उदेश्य से कर्नाटक से कंसल्टेंट को बुलाकर उनके साथ इस क्षेत्र का भ्रमण किया और पर्यटन की संभावना और इन स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में डेवलप करने पर विस्तार से चर्चा की. पर्यटन सचिव के साथ जिले के उपायुक्त विनोद कुमार, एसपी कार्तिक एस एवं डीएफओ भी थे. अधिकारियों का दल दुर्गम इलाके में घंटो पैदल भ्रमण किया. पेशरार, केकरांग, लावापानी के झरनों को देखकर कर्नाटक से आये कंसल्टेंटो ने कहा कि इस इलाके को प्रकृति ने दोनो हाथों से सजाया है. इस क्षेत्र को प्रकृति के द्वारा बहुत कुछ दिया गया है. थोड़ी सी व्यवस्था कर दी जाये, तो यह इलाका पर्यटन के मामले में अपनी एक अलग पहचान बना सकता है. इस क्षेत्र को कैसे डेवलप किया जाये इस पर अधिकारियों के साथ कंसल्टेंटो ने मंथन किया.
उग्रवादियों का गढ़ माना जाता था : लोहरदगा जिला का पेशरार प्रखंड वहीं इलाका है जहां चार अक्तूबर 2000 को तत्कालीन एसपी अजय कुमार सिंह की उग्रवादियों ने पेशरार इलाके में ही हत्या कर दी थी. उस घटना के बाद से पेशरार इलाके को बिल्कुल उग्रवादियों का गढ़ मान लिया गया था. वर्तमान एसपी कार्तिक एस ने पेशरार प्रखंड को उग्रवादियों के चंगुल से मुक्त कराया. पेशरार में पुलिस का ओपी बनाया गया. यहां के मनोरम दृश्यों को एसपी ने मॉनसून पेशरार के नाम से संकलित कर एक पुस्तक का रूप दिया. जिसका विमोचन राज्य की मुख्य सचिव राजबाला एवं डीजीपी डीके पांडेय के द्वारा पेशरार में ही किया गया था.
उपायुक्त विनोद कुमार ने भी पेशरार प्रखंड को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए अपने स्तर से लगातार प्रयास कर रहे हैं. लोहरदगा जिला मुख्यालय से लगभग 52 किमी की दूरी पर स्थित लावापानी जलप्रपात है. प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण सात स्तरों पर पानी गिरने का अनुपम दृश्य यहां हर किसी को आकर्षित करता है. इसी तरह केकरांग जलप्रपात जिला मुख्यालय से 25 किमी की दूरी पर है और यहां का जल प्रपात भी अपने आप में अदभुत है. इसके अलावा भी पेशरार प्रखंड क्षेत्र में सैकड़ो मनोरम दृश्य ऐसे हैं जिन्हे देखकर लोग काफी प्रभावित होते हैं.

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