महादेव टोली से आराहसा जानेवाली सड़क जर्जर

लोहरदगा : महादेव टोली से आराहसा जानेवाली सड़क की स्थिति बदहाल हो गयी है. इस सड़क का निर्माण लगभग चार वर्ष पूर्व 95 लाख की लागत से आइएपी योजना के तहत कराया गया था. इसमें शुरुआती दौर से ही गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया. संवेदक द्वारा सड़क का निर्माण कार्य घटिया तरीके से कराया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2017 7:36 AM
लोहरदगा : महादेव टोली से आराहसा जानेवाली सड़क की स्थिति बदहाल हो गयी है. इस सड़क का निर्माण लगभग चार वर्ष पूर्व 95 लाख की लागत से आइएपी योजना के तहत कराया गया था.
इसमें शुरुआती दौर से ही गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया. संवेदक द्वारा सड़क का निर्माण कार्य घटिया तरीके से कराया जाने लगा. इसके बाद निर्माण कार्य घटिया होने की शिकायत क्षेत्र के लोगों द्वारा तत्कालीन उपायुक्त रतन कुमार, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश एवं मुख्यमंत्री से भी की गयी थी, लेकिन घटिया निर्माण होता गया, जिसका खामियाजा लोग आज भुगत रहे हैं. आज सड़क चलने लायक नही है.
यह पथ पहाड़ी क्षेत्र के लोगों, विद्यार्थियों के साथ आसपास के कई गांवों के लोगों का जिला से संपर्क पथ है. सड़क में बना पुल चार वर्षों में ही क्षतिग्रस्त हो गया. पुल टूटने से यह पुल जानलेवा साबित हो रहा है. इस पुल में छोटी मोटी दुर्घटनाएं बराबर होती रहती हैं.
ज्ञात हो कि इस क्षेत्र से बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती सहित अन्य खेती किसान करते हैं, लेकिन जर्जर सड़क के कारण इन्हें अपने उत्पादित वस्तु को बाजार ले जाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है.
इस संबंध में आराहसा निवासी मुकेश देव का कहना है कि नेता और अधिकारियों ने जनता की गाढ़ी कमाई की बंदरबांट कर ली. आज इस क्षेत्र की जनता परेशान है. सामाजिक कार्यकर्ता अनिल देव का कहना है कि डीसी रतन कुमार ने इस इलाके की जनता की परेशानियों को देखते हुए इस रोड का निर्माण कराया था, लेकिन आज यह रोड चलने लायक भी नहीं है समाजसेवी मदन मोहन पांडेय का कहना है कि इस रोड को बनवाने में उन्होंने काफी प्रयास किया था.
वे कई बार डीसी रतन कुमार से मिले थे. उन्हें लाकर इस रोड को दिखाया गया था, तब इस पथ के निर्माण की स्वीकृति मिली थी, लेकिन ठेकेदार ने घोटाला कर दिया. नगर परिषद अध्यक्ष पावन एक्का का कहना है कि पिछले दिनो मैं इस रास्ते से गुजरा, तो वहां रोड के नाम पर सिर्फ गड्ढे नजर आये. पुल टूट चुका है.

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