जोनल कमांडर की पत्नी ने खुले मंच से की अपील, बच्चों की खातिर लौट आओ रवींद्र

लोहरदगा : दुधमुंहे बच्चे को गोद में लिये जोनल कमांडर व दस लाख के इनामी नक्सली की पत्नी ललिता ने हजारों की भीड़ में मंच से अपील करते हुए कहा कि रवींद्र तुम लौट आओ. बच्चे तुम्हारा इंतजार कर रहे हैं. तुम गलत रास्ता छोड़ मुख्यधारा में लौट आओ. वह कोई जिंदगी नहीं. यह बातें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2017 7:01 AM
लोहरदगा : दुधमुंहे बच्चे को गोद में लिये जोनल कमांडर व दस लाख के इनामी नक्सली की पत्नी ललिता ने हजारों की भीड़ में मंच से अपील करते हुए कहा कि रवींद्र तुम लौट आओ. बच्चे तुम्हारा इंतजार कर रहे हैं. तुम गलत रास्ता छोड़ मुख्यधारा में लौट आओ.
वह कोई जिंदगी नहीं. यह बातें ललिता ने लोहरदगा पुलिस द्वारा आयोजित बंदूक छोड़ो, बॉलीबाल खेलो अभियान के समापन समारोह में ललित नारायण स्टेडियम में कही. उसने पति को संबोधित करते हुए कहा कि कहा कि वह भी अपने दुधमुंहे बेटे को एसपी बनाना चाहती है, बेटी को पढ़ाना चाहती है. इसलिए तुम इनके खातिर सरेंडर कर मुख्यधारा में लौट जाओ. ललिता ने कहा कि जब कोई उससे कहता है कि तुम्हारा पति उग्रवादी है, तो यह सुन सिर शर्म से झुक जाता है. यह सुन लोग भावुक हो गये. ललिता अपने तीन वर्ष की बेटी और दुधमुंहे बेटे के साथ वहां पहुंची थी.
चंदवा का रहनेवाला है रवींद्र
लातेहार जिला के हेसला बांझी टोली थाना चंदवा निवासी रामावतार गंझु के पुत्र रवींद्र गंझु इस इलाके में खौफ का दूसरा नाम है. नकुल यादव एवं मदन यादव के सरेंडर करने के बाद जहां संगठन कमजोर हो गया, वहीं रवींद्र अभी भी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है.

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