भ्रष्टाचार का नमूना है लोहरदगा के कैरो में बना आंगनबाड़ी केंद्र, आठ माह पानी में डूबा रहता है

जैसे ही बारिश होती है आधा आंगनबाड़ी पानी में डूब जाता है. अभी हाल के दिनों में ही एनआरइपी द्वारा इसका जीर्णोद्धार भी कराया गया. फिस से लाखों रुपया पानी में चला गया. अभी एक दूसरे भवन में आंगनबाड़ी को शिफ्ट किया गया है. मामले पर डीसी दिलीप कुमार टोप्पो का कहना है कि अगर आंगनबाड़ी केंद्र पानी में डूबा रहता है और वहां आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन नहीं किया जाता है तो ऐसे में भवन का जीर्णोद्धार कार्य किया गया है, तो राशि की दुरुपयोग है. जिसकी वे अपने स्तर से जांच करा कर आगे की कार्रवाई करेंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | July 16, 2021 1:34 PM

कैरो लोहरदगा : कैरो प्रखंड में भ्रष्टाचार सर चढ़कर बोल रहा है. यहां विकास कार्यों में भारी अनियमितता बरती जाती है. इसे देखने वाला न तो कोई अधिकारी है और न ही कोई जनप्रतिनिधि. इसका ताजा उदाहरण है कैरो प्रखंड में बना एक आंगनबाड़ी केंद्र जो आठ महीने पानी में डूबा रहता है. यहां एक गड्ढे में आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण करा दिया गया. निर्माण के समय शिलान्यास कार्यक्रम हुआ. जिसमें अधिकारियों ने नारियल फोड़ा और संवेदक ने लड्डू बांटे. नेता भी पहुंचे, लेकिन किसी ने स्थल चयन को लेकर सवाल नहीं उठाया. तालाबनुमा जमीन में आंगनबाड़ी केंद्र बना दिया गया.

जैसे ही बारिश होती है आधा आंगनबाड़ी पानी में डूब जाता है. अभी हाल के दिनों में ही एनआरइपी द्वारा इसका जीर्णोद्धार भी कराया गया. फिस से लाखों रुपया पानी में चला गया. अभी एक दूसरे भवन में आंगनबाड़ी को शिफ्ट किया गया है. मामले पर डीसी दिलीप कुमार टोप्पो का कहना है कि अगर आंगनबाड़ी केंद्र पानी में डूबा रहता है और वहां आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन नहीं किया जाता है तो ऐसे में भवन का जीर्णोद्धार कार्य किया गया है, तो राशि की दुरुपयोग है. जिसकी वे अपने स्तर से जांच करा कर आगे की कार्रवाई करेंगे.

दूसरी जगह सरकारी भवन में आंगनबाड़ी केंद्र का होता है संचालन

इस सबंध में बाजार टांड़ स्थित आंगबाड़ी केंद्र की सेविका सुनीता देवी का कहना है कि बरसात के दिनों में केंद्र में पानी भर जाता है. आंगनबाड़ी केंद्र में छोटे छोटे बच्चे पढ़ने आते हैं. जमा पानी के कारण बराबर भय बना रहता था. जमे पानी की सूचना एवं दूसरे सरकारी भवन मे आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन के लिए तत्कालीन बीडीओ को आवेदन देकर मांग की गयी थी. आवेदन पर कार्रवाई करते हुए तत्कालीन बीडीओ सीमा दीपिका टोप्पो द्वारा पुराने पंचायत भवन के समीप स्थित साक्षरता केंद्र में आंगबाड़ी केंद्र संचालन की अनुमति दी गयी थी. जिसके बाद लगातार आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन साक्षरता भवन में हो रहा है.

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