गायों की बीमा के लिए लाभुकों को जागरूक करें

उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो की अध्यक्षता में कृषि व इससे संबद्ध विभागों की बैठक समाहरणालय स्थित उपायुक्त कार्यालय में हुई. बैठक में गव्य विकास विभाग की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने निर्देश दिया कि लाभुकों को केसीसी जल्द उपलब्ध करायें. बैंक के अनुसार अग्रणी बैंक प्रबंधक को सूची उपलब्ध करा दें. गायों की बीमा के लिए लाभुकों को जागरूक भी किया जाये.

By Prabhat Khabar News Desk | August 9, 2020 1:32 AM

डीसी ने कृषि व इससे संबद्ध विभागों के साथ बैठक की

लोहरदगा : उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो की अध्यक्षता में कृषि व इससे संबद्ध विभागों की बैठक समाहरणालय स्थित उपायुक्त कार्यालय में हुई. बैठक में गव्य विकास विभाग की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने निर्देश दिया कि लाभुकों को केसीसी जल्द उपलब्ध करायें. बैंक के अनुसार अग्रणी बैंक प्रबंधक को सूची उपलब्ध करा दें. गायों की बीमा के लिए लाभुकों को जागरूक भी किया जाये.

गव्य विकास पदाधिकारी ने बताया कि 2460 लाभुकों को केसीसी दिया जाना है. दो गायों की योजना पर उपायुक्त ने निर्देश दिया कि लाभुकों को अच्छी नस्ल की गाय दें ताकि उससे लाभुकों को पूरा लाभ हो. बैठक में आत्मा पदाधिकारी ने बताया कि इस वर्ष लक्ष्य के विरुद्ध 6787 सैंपल कलेक्ट कर लिया गया है. इस पर उपायुक्त ने जल्द से जल्द मिट्टी जांच सैंपल के लक्ष्य को पूरा करने को कहा.

उन्होंने मिट्टी के जांच में तेजी लाने की बात कही. साथ ही किसानों को स्वायल हेल्थ कार्ड भी देने को कहा. इसके लिए स्थल पर जाकर मिट्टी का सैंपल प्राप्त करने का निर्देश दिया. बैठक में भूमि संरक्षण पदाधिकारी को निर्देश दिया कि भूमि संरक्षण के अंतर्गत मिलने वाली योजनाओं यथा-पंप सेट वितरण, तालाब जीर्णोद्वार, तालाब निर्माण आदि के लिए सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ कर दें. ताकि योजना आते ही चयनित लाभुकों को योजनाओं का लाभ दिया जा सके. जहां योजनाओं की मांग है वहां अवश्य लाभुक का चयन कर उसे लाभ दें.

कृषि पदाधिकारी ने बताया कि अगस्त माह में केसीसी के 1152 आवेदन पत्र प्राप्त किये गये. 319 आवेदन बैंक में भेजे गये. उपायुक्त ने केसीसी का अधिक से अधिक आवेदन जेनरेट करने को कहा. ताकि किसान को ऋण लेने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो. उन्होंने कहा कि खाद, उर्वरक को मनमाने मूल्य पर बेचे जाने की शिकायतें प्राप्त होते रहती है, इसके लिए सघन जांच अभियान चलायें और शिकायत सही पाये जाने पर विक्रेता पर कार्रवाई भी करें.

पशुपालन पदाधिकारी को बकरी, कुक्कुट, सूकर पालन के लिए इच्छुक लोगों का चयन कर प्रशिक्षण देने को कहा. उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे समूह में उन्हें सोशल डिस्टैंसिंग का पालन कराते हुए प्रशिक्षण दें. पशुओं को गलघोंटू बीमारी से बचायें. किसानों को इस बीमारी के बारे जागरूक करें. टीकाकरण का कार्यक्रम चलायें. देशी मुर्गी पालन को बढ़ावा दें. बीमारी के समय में क्या करना है, उन्हें इसकी जानकारी अवश्य दें. विभाग से आवंटन प्राप्त हो जाने के बाद टीकाकरण अभियान प्रारंभ कर दें.

जेएसएलपीएस के जिला समन्वयक को निर्देश दिया कि बकरी पालन के लिए जिन लाभुकों का चयन किया गया था. उन्हें जल्द से जल्द अच्छी नस्ल की बकरी उपलब्ध करायें. ताकि उनके आय में वृद्धि हो सके. बैठक में कृषि पदाधिकारी शिव कुमार राम, पशुपालन पदाधिकारी डॉ तपेश्वर प्रसाद, सहकारिता पदाधिकारी जगमनी टोप्पो, मत्स्य पदाधिकारी कमरूज्जमां, गव्य विकास पदाधिकारी त्रिदेव मंडल, सहायक कृषि पदाधिकारी, उद्यान पदाधिकारी एमलेन पूर्ति, सहायक भूमि संरक्षण पदाधिकारी विनय, जेएसएलपीएस के समन्वयक सुजीत बारी, आत्मा की परियोजना पदाधिकारी तृप्ति तिर्की व अन्य उपस्थित थे.

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