बिरसा हरित ग्राम योजना : लोहरदगा के गांवों में दिखेगी हरियाली, 415.8 एकड़ में योजना की मिली स्वीकृति, कार्य शुरू
लोहरदगा जिला अंतर्गत 53 पंचायतों के 94 गांवों में बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत 415.8 एकड़ में कार्य की स्वीकृति मिल गयी है. इसके तहत 94 गांवों के 558 लाभुकों के लिए 486 योजनाओं में से 473 योजनाओं की हरी झंडी मिल गयी है. वर्तमान में 329.29 एकड़ में बागवानी के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है.
लोहरदगा : लोहरदगा जिला अंतर्गत 53 पंचायतों के 94 गांवों में बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत 415.8 एकड़ में कार्य की स्वीकृति मिल गयी है. इसके तहत 94 गांवों के 558 लाभुकों के लिए 486 योजनाओं में से 473 योजनाओं की हरी झंडी मिल गयी है. वर्तमान में 329.29 एकड़ में बागवानी के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है.
बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत 11 जून तक जिले में 29,779 गड्ढे खोदे जा चुके हैं. इसमें लोहरदगा में 119 लाभुकों की जमीन पर 9417 गड्ढे खोदे गये. इसके अलावा किस्को के 79 लाभुकों की जमीन पर 6025, सेन्हा के 55 लाभुकों की जमीन पर 4070, कुडू के 179 लाभुकों की जमीन पर 6875, पेशरार के 21 लाभुकों की जमीन पर 155, कैरो के 48 लाभुकों की जमीन पर 1792 तथा भंडरा के 57 लाभुकों की जमीन पर 1445 गड्ढे खोदे जा चुके हैं. कार्य प्रगति पर है. अधिक से अधिक लोगों को रोजगार से जोड़ना इसका मुख्य उद्देश्य है. प्रवासी मजदूरों को जॉब कार्ड उपलब्ध कराकर काम देना है. इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है.
जिले में चल रहे बिरसा हरित ग्राम योजना से संबंधित कार्यों से वर्तमान में रोजगार के साथ भविष्य में लाभुकों के आय में बढ़ोतरी की संभावना है. जिले के 558 लाभुकों को 3 वर्षों के बाद बागवानी से अपनी आय बढ़ाने में आसानी हो सकती है.
भविष्य में लोगों की आय में बढ़ोतरी के साथ पर्यावरण संरक्षण में भी मददगार साबित होगा. वहीं, जिले में नीलांबर- पीतांबर जल संचयन योजना का भी कार्य शुरू है. इससे भूगर्भ जलस्तर में बढ़ोतरी के साथ वर्षा जल संचयन से सिंचाई की सुविधा में बढ़ोतरी की प्रबल संभावना है. साथ ही, जल संचय की क्षमता बढ़ेगी, जिससे वर्षा जल का उपयोग सिंचाई में किया जायेगा.
Posted By : Samir ranjan.