हराने और जीताने का दावा करने वाले उम्मीदवारों को जनता ने बतायी हैसियत
विधानसभा चुनाव में किसी को हराने और जीतने का दावा करने वाले उम्मीदवारों को मतदाताओं ने उनकी हैसियत बता दी.
लोहरदगा.
विधानसभा चुनाव में किसी को हराने और जीतने का दावा करने वाले उम्मीदवारों को मतदाताओं ने उनकी हैसियत बता दी.चुनाव मैदान में उनका पैंतरा देखकर कोइ अंदाजा नहीं लगा सकता था कि इन्हें पांच से सात सौ वोट भी नहीं मिलेंगे. बड़ी- बड़ी बातें कर खुद को असली नेतृत्व कर्ता बताते फिर रहे थे. अपने निजी वाहन में फ्लैक्स चिपका कर घूमते रहे और लोगों से आर्थिक सहायता मांगते देखे गये. ऐसे लोग औंधे मुंह गिरे .कुछ लोगों को गलतफहमी थी कि उन्हें कोई मनाने आयेगा, मोल भाव होगा और कुछ ले दे कर बैठ जायेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.वैसे लोग आज अपने निर्णय पर पछता रहे हैं. वैसे कुछ लोगों का कहना है कि उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं था. उम्मीदवार बन कर कुछ प्राप्ति ही हो गयी. जनता के सामने उनकी असली हैसियत सामने आ गयी और उनकी भी गलतफहमी दूर हो गयी कि वे चाहें तो बाजी पलट सकते हैं.लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र में कुल 17 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे, जिनमें से आठ ऐसे प्रत्याशी थे, जो 1000 वोट भी नहीं ला सके. बड़ी-बड़ी बातें करने वाले और खुद को किंग मेकर समझने वाले कुछ लोग बाजार से गायब हो गये हैं. लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र में डॉ.रामेश्वर उरांव को 113507,नीरू शांति भगत को 78837 वोट, यशपाल भगत को 1354, अनिल कुमार भगत को 1453 अवधेश उरांव को 3159 किशोर उरांव को 1300 पवन तिग्गा को 767 बिहारी भगत को 704 राजपति देवी को 547 वीरेंद्र उरांव को 797 ब्रिज मोहन उंराव को 448 रमेश उरांव को 656 राजेश लोहरा को 968 रामेश्वर लोहरा को 4010 संतोष भगत को 747 सानिया उरांव को 2002 सोमा उरांव को 1176 वोट मिले .वहीं नोटा को 908 वोट मिले. लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र में 213940 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है