लोहरदगा. जिले में लगातार बह रही कनकनी हवाओं के चलने और आसमान में बादल छाये रहने के कारण ठंड में बढ़ोतरी हुई है. मौसम सर्द हो गया है और दिनभर ठंड का असर देखा जा रहा है. लोग सुबह शाम घरों से निकलने से परहेज कर रहे हैं. सुबह कुहासा रहने के कारण वाहन चलाना भी मुश्किल भरा काम हो गया है. लोगों की दिनचर्या भी बदल गयी है. लोग अपने जरूरी काम के लिए भी धूप उगने के बाद ही अपने घरों से निकल रहे हैं और सूर्यास्त होने के पहले अपने घर लौट के प्रयास में रहते हैं. शाम होते ही चौक चौराहों में सन्नाटा पसर जा रहा है. लोग जरूरी काम पड़ने के बाद ही अपने घरों से निकल रहे हैं. ठंड का असर सबसे ज्यादा ग्रामीण एवं गरीब तबके के लोगों में दिख रहा है. वनांचली इलाके के लोगों के पास पर्याप्त ऊनी एवं गर्म कपड़ों के अभाव के कारण ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस क्षेत्र के लोग आग जलाकर ठंड से बचने का भरसक प्रयास करते हैं. वनांचली इलाके में पहाड़ों के रात में ठंड होने और कनकनी हवाओं के बहने के कारण अत्यधिक ठंड होती है. इस इलाके में नदी नालों के कारण हमेशा नमी बनी रहना भी अत्यधिक ठंड का कारण माना जाता है. अत्यधिक ठंड पड़ने के कारण मौसमी बीमारी का प्रकोप बढ़ा है. सर्दी बुखार जैसी बीमारी से लोग परेशान हैं .इधर रोज कमाने खाने वाले दिहाड़ी मजदूरों को भी ठंड के कारण खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. छोटा दिन होने के बावजूद सुबह नौ बजे तक शहरी बाजार में पहुंचना और 6 तक काम करने के बाद वापस घर लौटना इन्हें काफी परेशानी होती है. स्कूली विद्यार्थियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा अपने बच्चों को समय से स्कूल भेजना माताओं के लिए भी परेशानी भरा काम हो गया है. जिले में बढ़ते ठंड को देखते हुए डॉक्टरों ने आम लोगों से गर्म पानी, गरम भोजन करने की सलाह दी है. कहा है कि सर्दी के मौसम में गर्म कपड़े का उपयोग करें. घर से बाहर निकलने पर टोपी या मफलर का उपयोग अवश्य करें. फोटो. कोहरे का दृश्य भंडरा. भंडरा में तापमान 10 डिग्री पहुंच गया है. इससे ठंडा बढ़ गयी है. मौसम का मिजाज बदला बदला है. दिन भर कोहरा छाये रहने से धूप खुल कर नहीं निकली. ठंड बढ़ने से लोगों की दिनचर्या बदल गयी है. कई कार्य प्रभावित हो रहा है. शाम होते ही चौक चौराहे बाजार सन्नाटा हो जा रहा है .सुबह में दिन की शुरुआत भी देर से शुरू हो रही है. सुबह 8 बजे तक कड़कड़ाती ठंड के कारण लोग घरों के अंदर रहना पसंद कर रहे हैं. कड़ाके की ठंड के बावजूद भंडरा में कोचिंग सेंटर सुबह 6 बजे से ही शुरू हो जा रही है. जिसके कारण छात्रों को परेशानी हो रही है. कड़ाके की ठंड में छात्रों को सुबह 5 बजे से ही साइकिल या पैदल आते-जाते देखा जा सकता है. अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी प्रखंड प्रशासन के द्वारा अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. अलाव की व्यवस्था नहीं होने से राहगीर एवं आने जाने वाले यात्रियों को भी ठंड से राहत नहीं मिल रही है. पिछले वर्षों में ठंड पड़ते ही अंचल कार्यालय द्वारा भंडरा, चट्टी ,आकाशी में अलाव की व्यवस्था की जाती थी. परंतु इस वर्ष अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है.
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