किस्को के गांवों का हाल, परेशानी में जीवन गुजारने को विवश हैं ग्रामीण, बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं लोग
नालियों के अभाव में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं हो रही है, जिससे लोग गंदे स्थान पर रहने को विवश हैं. बरसाती घास व कूड़ा कचरा भर जाने से आसपास के लोगों को दुर्गंध के कारण रहना मुश्किल हो रहा है. परहेपाट पंचायत के गोसाई टोली में बरसात का पानी निकलने की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है,
किस्को : किस्को प्रखंड के कई गांवों में आज भी लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. क्षेत्र के ग्रामीणों को न तो स्वास्थ्य, शिक्षा और न ही पेयजल की सुविधा मुहैया करायी गयी है. इससे लोग परेशानी में जीवन-बसर करने को विवश हैं. गांव के विकास के लिए पंचायती राज्य व्यवस्था के तहत पंचायत प्रतिनिधियों का चुनाव कराया गया, ताकि संबंधित पंचायत के मुखिया अपने क्षेत्र का विकास धरातल पर कर सके व लोगों को बुनियादी सुविधाएं मिल सकें. लेकिन किस्को क्षेत्र में ऐसा नहीं दिख जा रहा है.
नालियों के अभाव में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं हो रही है, जिससे लोग गंदे स्थान पर रहने को विवश हैं. बरसाती घास व कूड़ा कचरा भर जाने से आसपास के लोगों को दुर्गंध के कारण रहना मुश्किल हो रहा है. परहेपाट पंचायत के गोसाई टोली में बरसात का पानी निकलने की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गांव के कई ऐसे मुहल्ले हैं, जहां पीसीसी सड़क बना दी गयी है, लेकिन पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. इससे सड़कों में ही पानी जमा हो जा रहा है.
जलजमाव के कारण लोगों को परेशानी होती है. कई स्थानों पर चापाकल के समीप गड्ढा खोद दिया गया है. इन चापाकलों में गंदा पानी का रिसाव होता है. इस गंदे पानी को लोग पीने को विवश हैं, जिससे तरह-तरह की बीमारियों का भय लोगों को सताने लगा है. पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहां बिजली की व्यवस्था भी नहीं की गयी है. बिजली के अभाव में लोगों को परेशानी होती है.