दो वर्षों से अधूरा पड़ा है भंडरा-केरो भाया आकाशी सड़क का निर्माण
भंडरा से केरो भाया आकाशी सड़क भंडरा प्रखंड का सबसे महत्वपूर्ण सड़क है. इस सड़क से हजारों की संख्या में रोजाना आम लोग रेलवे स्टेशन आकाशी जाते हैं.
ठेकेदार की लापरवाही व विभागीय उदासीनता के कारण भंडरा से केरो भाया आकाशी सड़क का निर्माण कार्य दो वर्षों से अधूरा पड़ा हुआ है. सड़क निर्माण कार्य का कार्य प्रारंभ तिथि 20 जुलाई 2022 था. सड़क निर्माण का कार्य पूर्ण करने की तिथि 19 जुलाई 2023 था. परंतु ठेकेदार की मनमानी रूप से काम करने के कारण आज तक इस सड़क का निर्माण कार्य आधा भी नहीं हो सका है. भंडरा से आकाशी तक सड़क की स्थिति बदतर हो गयी है. सड़क बनाने के नाम पर ठेकेदार ने सड़क की खुदाई कर छह महीना से छोड़ दिया है. जिसके कारण इस रास्ते में चलने वाले राहगीरों को वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. परंतु इस सड़क के निर्माण करने वाले ठेकेदार पर विभाग की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा भी इस सड़क निर्माण पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
भंडरा से केरो भाया आकाशी सड़क भंडरा प्रखंड का सबसे महत्वपूर्ण सड़क है. इस सड़क से हजारों की संख्या में रोजाना आम लोग रेलवे स्टेशन आकाशी जाते हैं. इसके साथ ही इसी सड़क पर भंडरा थाना, सभी विद्यालय, अखिलेश्वर धाम पड़ता है. यह सड़क भंडरा एवं केरो प्रखंड को जोड़ने वाला सबसे कम दूरी वाला सड़क है. इसका प्रयोग दोनों प्रखंड के ग्रामीण करते हैं. सड़क की महत्व को देखते हुए इस सड़क के निर्माण कार्य करने का निर्णय लिया गया था परंतु ठेकेदार की मनमानी एवं विभाग की उदासीनता इस सड़क के निर्माण में बाधक बनी हुई है. इस सड़क में चलने वाले लोगों को समस्या झेलने के लिए विवश होना पड़ रहा है.
Also Read: टपक विधि से सब्जी की खेती कर उन्नति की राह पर लोहरदगा की आदिवासी महिला अजंती उरांव
भंडरा से केरो भाया आकाशी पथ लगभग 13 किलोमीटर का निर्माण 5 करोड़ 77 लाख 59 हजार 340 रुपया की लागत से किया जाना है. इस सड़क का निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल लोहरदगा से करवाया जा रहा है. इस सड़क के निर्माण में अभिरुचि नहीं दिखाई जाने के कारण ठेकेदार मनमानी रूप से कम कर रहा है. सड़क निर्माण में भारी अनियमित की शिकायत भी स्थानीय ग्रामीण कर रहे हैं. सड़क बनाने के क्रम में बनडा से उतका तक बनायी गयी सड़क में अनियमित के कारण सड़क बनने के साथ ही ऊंचा नीचा हो गया है. इसकी जांच ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल लोहरदगा के सहायक अभियंता अमित कुमार एवं कनीय अभियंता जितेंद्र पंडित ने किया है. दोनों तकनीकी पदाधिकारी ने जांच के बाद बताया कि कार्य में जहां भी कमी हुई है, उसे सुधार करने का निर्देश साहिल इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को दी जा रही है.