शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन करानेवाला लोहरदगा का पहला गांव बना राहें, बीडीओ ने ऐसे पहुंचाया कार्य को अंजाम
इसका नतीजा है कि कुड़ू प्रखंड का राहें गांव जिले का पहला ऐसा गांव बन गया है, जहां के ग्रामीणों ने शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराया है. बताया जाता है कि जिंगी पंचायत के सुदूरवर्ती इलाकों में शुमार राहें गांव में कुल परिवारों की संख्या 49 हैं. गांव की कुल जनसंख्या 211 है. गांव में 18 साल से कम उम्र के युवाओं व बच्चों की संख्या 30 हैं. 18 साल से ऊपर आयु वाले ग्रामीणों व युवाओं की संख्या 181 हैं. गांव के कुल 112 ग्रामीणों ने वैक्सीनेशन कराया है. दो ग्रामीण मेडिकल जांच के बाद वैक्सीन लेने के लिए पूरी तरह अनफिट है.
लोहरदगा : जिला अंतर्गत कुड़ू प्रखंड की जिंगी पंचायत का राहें गांव शत-प्रतिशत वैक्सीन लेनेवाला पहला गांव बन गया है. राजस्व गांव राहें को शत-प्रतिशत वैक्सीन दिलाने में बीडीओ मनोरंजन कुमार ने का प्रयास रंग लाया है. पिछले 10 दिनों से बीडीओ मनोरंजन कुमार जिंगी पंचायत में कैंप कर वैक्सीनेशन कार्य को अंजाम तक पहुंचाया. बताया जाता है कि कोरोना महामारी से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान व वैक्सीनेशन को लेकर सुनियोजित तरीके से बीडीओ व सीओ प्रवीण कुमार सिंह लगातार गांवों में जागरूकता अभियान चलाते हुए वैक्सीनेशन के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित कर रहे हैं.
इसका नतीजा है कि कुड़ू प्रखंड का राहें गांव जिले का पहला ऐसा गांव बन गया है, जहां के ग्रामीणों ने शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराया है. बताया जाता है कि जिंगी पंचायत के सुदूरवर्ती इलाकों में शुमार राहें गांव में कुल परिवारों की संख्या 49 हैं. गांव की कुल जनसंख्या 211 है. गांव में 18 साल से कम उम्र के युवाओं व बच्चों की संख्या 30 हैं. 18 साल से ऊपर आयु वाले ग्रामीणों व युवाओं की संख्या 181 हैं. गांव के कुल 112 ग्रामीणों ने वैक्सीनेशन कराया है. दो ग्रामीण मेडिकल जांच के बाद वैक्सीन लेने के लिए पूरी तरह अनफिट है.
कोविशील्ड वैक्सीन का पहला टीका लेने के बाद ग्रामीण ने कहा कि वैश्विक महामारी से बचाव का एकमात्र उपाय वैक्सीनेशन है. गांव से रोजगार की तलाश में पलायन किये मजदूरों व गांव छोड़ कर रांची, लोहरदगा व कुड़ू में बसे ग्रामीणों की संख्या 68 हैं. प्रखंड के सुदूरवर्ती व अति पिछड़े गांव राहें के ग्रामीणों ने कोरोना वैक्सीन के प्रति जागरूकता के जो नजीर पेश किया है, वह सभ्य समाज के लिए एक संदेश है. बीडीओ मनोरंजन कुमार ने बताया कि राहें गांव में जब पहली बार प्रखंड प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग कि टीम पहुंची थी, तब ग्रामीण वैक्सीनेशन के लिए तैयार नहीं थे.
ग्रामीण अफवाह में फंस गये थे. ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए गांव में बैठक करते हुए बताया गया है वैक्सीनेशन ही कोरोना से बचाव का साधन है तथा वैक्सीन लेने से मानव शरीर में कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. वैक्सीन बीमारियों से लड़ने के लिए मानव शरीर में इम्युनिटी सिस्टम बढ़ाता है. इसके बाद गांव के प्रबुद्ध जन सामने आये तथा वैक्सीन ली. साथ ही वैक्सीन लेने के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया.
परिणाम सामने आया और 10 दिनों के अंदर गांव में शत-प्रतिशत ग्रामीणों को वैक्सीनेशन कराया गया. शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराने में बीडीओ मनोरंजन कुमार, सीओ प्रवीण कुमार सिंह के साथ साथ राहें गांव आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका कोयल उरांव, प्रदान संस्था के तनय मोहन, एएनएम प्रतिमा साहू, मुखिया शकुंतला भगताइन, पंसस हीरामुनी भगताइन, पारा शिक्षक प्रयास साहू, शिक्षक ज्याउल हक अंसारी, जेएसएलपीएस कर्मी संगीता उरांव आदि का मुख्य योगदान रहा है.