लोहरदगा : एक तरफ लोहरदगा जिला में कोरोना का संक्रमण लागातार बढ़ता जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार नारा दे रही है कि सफाई भी है दवाई. लेकिन लोहरदगा नगर परिषद क्षेत्र में हर तरफ सफाई का अभाव देखा जा रहा है. नगर परिषद में कहने को तो सफाई कर्मियों, उन पर निगरानी रखने वाले कर्मचारियों व अधिकारियों की फौज है. लेकिन धरातल पर सफाई कहीं नजर नहीं आता है.
नगर परिषद के अधिकारी से लेकर निर्वाचित जन प्रतिनिधियों को जनता की समस्याओं से शायद कोई लेना-देना नहीं है. यही कारण है कि नगर परिषद क्षेत्र में हर गली, मुहल्लें में गंदगी का ढेर लगा हुआ है. कहीं हफ्तों पहले नालियों का स्लैप हटाकर नाली का कचरा निकालकर लोगों के घरों के सामने रख दिया गया है. इसकी दुर्गंध से आस पास के लोग परेशान है.
लेकिन नगर परिषद में शिकायत करने के बाद भी सफाई नहीं हो रही है. नगर परिषद में जिनकी जिम्मेवारी सफाई व्यवस्था देखने की है, वैसे सभी लोग अपना मूल काम छोड़कर टेंडर सेटिंग में लगे है. वार्ड पार्षद भी अपने वार्ड की सफाई व्यवस्था से अपना पल्लू झाड़ लिए है. जनता निरीह बनकर सबकुछ देख रही है. चुनाव के समय लोहरदगा को मॉडल शहर बनाने का वादा करने वाले लोग ढूंढने से नहीं मिल रहे है.
राज्य सभा सांसद धीरज प्रसाद साहू के घर के बगल में कचरे का अंबार लगा है. राणा चौक के धोबी गली मदन लेन में नाली का कचरा निकालकर सड़क पर हफ्तो से पड़ा है. महावीर चौक गली में कचरे का ढेर है. रेलवे साईडिंग बस पड़ाव के बाहर कचरे का अंबार लगा है. थाना रोड में सड़क किनारे बिल्डिंग मटेरियल गिराकर छोड़ दिया गया है. कहने को तो यहां कई सिटी मैनेजर कार्यरत है. लेकिन ये इन चीजों को नहीं देखते है. लोगों का कहना है कि इतनी बदहाल स्थिति पहले नहीं थी.