पारा 38 डिग्री पहुंचा, मिट्टी के घड़े की मांग बढ़ी
भीषण गर्मी से जिले में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. रविवार को जिले का अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
लोहरदगा़ भीषण गर्मी से जिले में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. रविवार को जिले का अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. सुबह 9 बजे के बाद सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है. लोगों की दिनचर्या बदल गयी है. सुबह 9 बजे तक बाहर का काम निबटा कर अपने घरों में दुबक जाते हैं. बहुत जरूरी काम होने पर ही लोग सिर और चेहरे को तौलिया से ढक कर निकल रहे हैं. चिलचिलाती धूप में काम करना हर कोई के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है. खेतों में लगी सब्जी की फसल को बचाने के लिए किसानों को रोज पटवन करना पड़ रहा है. भीषण गर्मी के कारण जलस्तर नीचे चला गया है. कुआं व नलकूप सूखने की कगार पर पहुंच गया है. इधर, भीषण गर्मी के कारण मिट्टी के घड़े की मांग बढ़ गयी है. कुम्हार बाजारों व गली-मुहल्लों में घूम-घूम कर घड़ा बेच रहे हैं. मिट्टी का घड़ा बाजार में 160 से 300 रुपये बिक पीस बिक रहा है. कुम्हारों ने बताया कि मेहनत के अनुरूप घड़ा का दाम अभी भी नहीं मिल पा रहा है. पहले की अपेक्षा घड़ा के दाम में तो वृद्धि हुई है, लेकिन मिट्टी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण परेशानी होती है. बर्तन को पकाने के लिए कोयला और लकड़ी भी महंगा मिल रहा है, इससे खर्च अधिक पड़ता है.