किस्को प्रखंड के किसान खेती कर आत्मनिर्भर होंगे, पोगड़ो बांध के जीर्णोद्धार से मिलेगा सालों भर पानी
किस्को प्रखंड के किसान खेती कर आत्मनिर्भर होंगे
लोहरदगा : किस्को प्रखंड क्षेत्र के नवल, किस्को, नगड़ा टोली, सेमर टोली तथा आसपास के गांव के किसान गांव के मध्य स्थित पोगड़ो बांध के सहारे खेतों को सिंचित कर बेहतर खेती कर रहें हैं. यहां के किसान इसी बांध के सहारे लगभग 30 एकड़ से अधिक जमीन पर गेहूं की फसल लगा चुके हैं. इस बांध के पानी से लगभग एक सौ एकड़ में लोग खेती करते हैं.
एक तरफ किसान बारिश पर निर्भर रहते हैं. वहीं यह बांध थोड़ी राहत देती है. लेकिन किसानों के दो बार सिंचाई करते ही बांध पूरी तरह से सुख जाता है. अगर बांध का जिर्णोद्धार करा दिया जाये तो इस बांध से किसानों को सालों भर पानी मिलेगा. जिससे किसानों को खेती करने में काफी सुविधा होगी. किसान रामदास राम, जगदेव उरांव, विलियम लकड़ा, जगतपाल उरांव, शिवशंकर उरांव, विष्णु उरांव, मंगरु उरांव, सुरेंद्र उरांव, कृष्णा राम, देवानंद साहू, शंकर साहू समेत अन्य किसानों का कहना है कि अगर सरकार खेतों तक सिंचाई की व्यवस्था करा दे तो यहां के किसान 12 महीने सभी प्रकार की खेती कर पायेंगे. नदी और तालाब के किनारे के खेतों में तो फसल होती है परंतु बाकी खेत खाली रह जाता है.
यहां के किसान पोगड़ो बांध के सहारे गेहूं की फसल लगाते हैं. परंतु बांध में पानी सुख जाने से लोगों को अपनी फसल बचाने की चिंता सताने लगती है. यदि बीच में बारिश हो गयी तो गेहूं की फसल हो जाती है. परंतु नहीं हुई तो गेहूं की फसल बर्बाद हो जाती है. जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है.
Posted By : Sameer Oraon