बीते डेढ़ वर्ष से टूटा है चेकडैम का गेट, नदी में बह जा रहा है सारा पानी, किसान परेशान
बेठहठ पंचायत के लवागाई मंदिर के समीप सुकरी नदी में बने चेकडैम पिछले डेढ़ वर्ष से अधिक समय से टूटने से किसानों को परेशानी हो रही है.
बेठहठ पंचायत के लवागाई मंदिर के समीप सुकरी नदी में बने चेकडैम पिछले डेढ़ वर्ष से अधिक समय से टूटने से किसानों को परेशानी हो रही है. चेकडैम टूटने से सारा पानी नदी में बह जा रहा है, जिससे किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है. इससे किसान सही समय पर फसल का उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं. चेकडैम बनने की आस लेकर बेठहठ पंचायत के सैकड़ों एकड़ में किसानों ने गेहूं की फसल की बुआई कर रहे हैं.
ऐसे में अगर चेकडैम के फाटक की मरम्मत प्रशासन द्वारा जल्द नहीं करायी गयी, तो किसानों की खेतों के समीप जल संकट उत्पन्न हो जायेगी. चेकडैम में नया फाटक जल्द लगा दिया जाये, तो नदी में बह रहा सारा पानी को एकत्रित कर सिंचाई के रूप में उपयोग किया जा सकता है. इस चेकडेम से बेठहठ पंचायत के लावागाई, बेठहठ,आनंदपुर, हेसापीढ़ी, जोरी समेत अन्य गांवों के किसानों द्वारा गेहूं की खेती की जा रही है.
ऐसे में चेकडैम का फाटक बनने से किसान निराश व रेशान नजर आ रहे हैं. चेकडैम टूटने के बाद मरम्मत को लेकर ग्रामीणों द्वारा कई बार मुखिया को आवेदन दिया जा चुका है, मुखिया द्वारा कोई पहल नहीं की जी रही है. ग्रामीणों ने उपायुक्त को भी जुलाई माह में फाटक निर्माण को लेकर लिखित आवेदन देकर चेकडैम का गेट निर्माण कराने की मांग की थी. लेकिन पांच माह बीतने के बाद भी उपायुक्त द्वारा कोई पहल नहीं की गयी है.
इधर, सुकरी नदी में ही भुसाड़ गांव में बने चेकडैम भी टूट चुका है, जिसकी मरम्मत नहीं होने से किसानों के समक्ष खेतों की सिंचाई करने में परेशानी हो रही है. इसको लेकर ग्रामीणों ने बुधवार को बेठहठ पंचायत भवन में लगे जनता दरबार में उपायुक्त के नाम आवेदन देकर जल्द से जल्द किसानों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए सभी टूटे हुए चेकडेम की मरम्मत जल्द से जल्द कराने की मांग की है.