लोहरदगा : लोहरदगा की एक आदिवासी महिला पिछले 12 वर्षों से नेपाल में फंसी हुई है. अब राज्य सरकार की मदद से उसे झारखंड वापस लाया जा रहा है. बताया गया है कि उस महिला के बारे में हरियाणा की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग पंचकुला द्वारा पता लगाया गया. इस मामले की जानकारी मंत्री चंपई सोरेन को ट्विटर के माध्यम से मिली. इसके बाद स्टेट माइग्रेंट कंट्रोल रूम द्वारा उक्त महिला के परिवार से संपर्क किया गया.
महिला 28 जून को भारत-नेपाल सीमा के सिनोली लायी जा चुकी है. कंट्रोल रूम द्वारा भारत व नेपाल दूतावास से संपर्क किया गया है. जल्द महिला को वापस लाये जाने की संभावना है. इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नेपाल में फंसी महिला की बाबत कहा कि दुर्भाग्य है कि जीवन-यापन के लिए इस राज्य से बहुत बड़े पैमाने पर लोग जाते रहे हैं.
कई लोग अपनी मजबूरी के कारण बाहर जाते हैं. बाहर में उन्हें प्रताड़ना झेलनी पड़ती है. सीएम ने कहा कि ट्रैफिकिंग के मुद्दे पर उन्होंने कई बार केंद्र सरकार से पत्राचार भी किया है. जो भी लोग बाहर फंसे हैं और उन्हें मदद की जरूरत है, तो सरकार उन्हें मदद जरूर करती है. जो आना चाहते हैं, उन्हें राज्य लाने का प्रयास राज्य सरकार करती है.