लोहरदगा में हिंडाल्को कंपनी ने बंद किया बॉक्साइट परिवहन, तकनीकी कारणों का दिया हवाला
हिंडाल्को कंपनी ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए पठारी क्षेत्रों में स्थित बॉक्साइट माइंस से बॉक्साइट परिवहन बंद कर दिया है. कंपनी ने अपनी अमतीपानी, कुजाम, गुरदरी व सेरेंगदाग बॉक्साइड माइंस में नोटिस चिपका दिया है.
लोहरदगा : हिंडाल्को कंपनी ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए पठारी क्षेत्रों में स्थित बॉक्साइट माइंस से बॉक्साइट परिवहन बंद कर दिया है. कंपनी ने अपनी अमतीपानी, कुजाम, गुरदरी व सेरेंगदाग बॉक्साइड माइंस में नोटिस चिपका दिया है. नोटिस में कहा गया है कि सभी ट्रक मालिकों को सूचित किया जाता है कि तकनीकी कारणों से गुरदरी बॉक्साइट माइंस में 18 नवंबर से किसी भी ट्रक का प्रवेश खदान में नहीं दिया जायेगा.
यह आश्वस्त करना चाहता हूं कि जो भी ट्रक आज 17 नवंबर को पांच बजे शाम तक कांटा में रिपोर्ट किया है, उन ट्रकों को लोड देकर भेज दिया जायेगा. यह नोटिस खान प्रबंधक द्वारा चिपकाया गया है. इस सूचना के बाद बॉक्साइट परिवहन का कार्य बंद हो गया. बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन बंद होने से लगभग एक हजार ट्रकों के पहिये थम गये हैं.
इससे लगभग पांच हजार परिवारों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. लोगों का कहना है कि कंपनी के अधिकारी कुछ भी कारण बताने से कतरा रहे हैं. इसको लेकर लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं. लोगों का कहना है कि कंपनी स्पष्ट नहीं कर रही है कि अचानक बॉक्साइट परिवहन क्यों बंद कर दिया गया है. इधर, कुछ लोगों का कहना है कि 20 नवंबर को उग्रवादियों ने बंदी का एलान किया है.
फिर सवाल यह उठता है कि एक दिन की बंदी के कारण तीन दिन पहले से ही बॉक्साइट खदानों को बंद करने का औचित्य क्या है. बहरहाल लोहरदगा, गुमला व लातेहार जिले की अर्थव्यवस्था पर इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा. अभी शादी विवाह का सीजन है और लोगों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो जायेगी. ट्रक ऑनरों का कहना है कि यह परिवहन कब तक बंद रहेगा यह स्पष्ट नहीं है. इस संबंध में हिंडाल्को के अधिकारी राजीव किशोर ने बताया कि बॉक्साइट खदान से गुणवत्तायुक्त बॉक्साइट नहीं निकल पा रहा था, जिससे एसओपी के तहत गुणवत्ता को सुधार करने के लिए 15 दिनों तक ट्रांसपोटिंग रोका गया है. स्टॉक क्लीयर हो जाने के बाद पुन: बॉक्साइट परिवहन शुरू हो जायेगा.