कुड़ू, लोहरदगा : गुमला जिला के रायडीह थाना क्षेत्र की रहनेवाली नाबालिग बच्ची की शादी उसकी इच्छा के विरुद्ध परिजनों ने 27 जून को कुडू में कर दी. ससुराल पहुंची नाबालिग ने बाल कल्याण समिति को फोन कर आपबीती सुनायी. इसके बाद समिति की टीम कुड़ू स्थित उसके ससुराल पहुंची और उसे रेस्क्यू कर चाइल्ड लाइन पहुंचा दिया. रायडीह की रहनेवाली 14 साल की बच्ची आठवीं में पढ़ाई करती है. परिजनों ने उसकी इच्छा के विरुद्ध उसकी शादी कुड़ू के डोरोटोली गांव में कर दी. बालिका वधू बनी बच्ची 28 जून को ससुराल पहुंची.
वहां पहुंचते ही उसने समिति को फोन कर पढ़ने की इच्छा जाहिर की. इसके बाद बाल कल्याण समिति के जिला समन्वयक पीटर तिग्गा तथा बालकृष्णा सिंह कुड़ू पहुंचे. उन्होंने सीओ तथा थानेदार की मदद से बच्ची को अपने संरक्षण में ले लिया. बच्ची ने ससुरालवालों पर किसी प्रकार की प्रताड़ना का आरोप नहीं लगाया है. वह चार साल तक बाल कल्याण समिति के संरक्षण में रहेगी, इसके बाद ससुरालवाले तथा लड़की के परिजनों के इच्छा अनुसार दोनों पति-पत्नी के रूप में साथ रह सकते हैं.
सरकारी सेवा में जाना चाहती है : बच्ची ने बताया कि मैं पढ़ाई करते हुए सरकारी सेवा में जाना चाहती हूं. शादी की जब बात चल रही थी तब मैंने मना किया था लेकिन किसी ने मेरी बात नहीं मानी. जबरन शादी करा दी गयी. मैं पढ़ाई करना चाहती हूं.