लोहरदगा जिला से गांधी परिवार का काफी लगाव रहा है. यहां शिव प्रसाद साहू के घर इंदिरा गांधी आयीं थी. तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी लोहरदगा के मन्हो में आये थे. राजीव गांधी की सभा में भारी भीड़ उमड़ी थी. यहीं राजीव गांधी ने कहा था की मैं दिल्ली से एक रुपये भेजता हूं, तो यहां दस पैसे पहुंचता है. पुराने कांग्रेसी बताते हैं कि एकीकृत बिहार में राजनीति का एक मजबूत केंद्र लोहरदगा हुआ करता था.
यहां से बिहार उडीसा की कई सीटें साहू परिवार के सहयोग से जीती जाती थी. शिव बाबू के घर से इसकी रणनीति तैयार की जाती थी. आज भी राज्य सभा सांसद धीरज प्रसाद साहू दिल्ली की राजनीति में अपना बेहतर स्थान रखते हैं. तीन बार से राज्य सभा सांसद धीरज प्रसाद साहू हैं और इनका अभी भी गांधी परिवार से काफी नजदीकी संबंध है.
सोनिया गांधी, राहुल गांधी के काफी करीबी माने जाते हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी अक्सर झारखंड के मामले में धीरज प्रसाद साहू से चर्चा करती है. करीबी संबंध होने के कारण सोनिया गांधी इस परिवार पर काफी भरोसा करती है. वैसे लाख प्रलोभन के बाद भी साहू परिवार ने कांग्रेस को छोड़ कर किसी दूसरी पार्टी की तरफ देखा तक नहीं. कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने के लिए यह परिवार आज भी पूरी तरह समर्पित है. राजनीति के क्षेत्र में संबधों का महत्व हमेशा से रहा है यही कारण है कि झारखंड में कहीं भी सोनिया, राहुल आते हैं, तो निश्चित तौर पर धीरज प्रसाद साहू वहां मौजूद रहते हैं.