सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत लगाये गये साप्ताहिक लॉकडाउन का जिले में असर देखा गया. लंबी दूरी की बसें नहीं चली. इसके अलावा शहरी क्षेत्र में चलने वाले आॅटो भी सड़कों पर नहीं निकले. व्यापारी वर्ग के लोग सुबह से ही अपनी दुकानें बंद रखीं, जिससे शहरी क्षेत्र में वीरानगी देखी गयी. लोहरदगा से रांची गुमला समेत अन्य जगहों से खुलने वाली बसें स्टैंड में खड़ी रही.
दवा दुकान समेत स्वास्थ्य सेवा के अलावा कोई दुकानें नहीं खुली. दुकानदारों का कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा सप्ताह में एक दिन दुकान बंद रखने का निर्देश दिया गया है. इसका पालन होना चाहिए, तभी हम कोरोना से बच कर सकते हैं. कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय सावधानी व सामाजिक दूरी का पालन करना है. कोरोना की तीसरी लहर की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता. ऐसे में सावधानी जरूरी हो गयी है.
साप्ताहिक लॉकडाउन का असर जिले में हो. इसके लिए प्रशासन द्वारा व्यवस्था की गयी थी. विभिन्न थाना प्रभारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल पदाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को जागरूक कर व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद कराने का निर्देश दिया गया था. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सभी प्रखंडों में बीडीओ व सीओ लोगों को जागरूक करते देखे गये.