लोहरदगा लोकसभा से इन प्रत्याशियों ने खरीदा नामांकन पत्र, विधायक चमरा लिंडा के बारे में क्या बोले कांग्रेस प्रत्याशी सुखदेव भगत
नामांकन पत्र खरीदने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सुखदेव भगत ने कहा है कि मैं गठबंधन का प्रत्याशी हूं. जहां तक चमरा लिंडा की बात है. वह मेरे छोटे भाई हैं.
दुर्जय पासवान, गुमला : लोहरदगा लोकसभा आम चुनाव को लेकर नामांकन पत्रों की बिक्री की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो गयी. नये समाहरणालय भवन कार्यालय में नामांकन पत्र बिक्री केंद्र बनाया गया है. पहले दिन कुल छह प्रत्याशियों ने नामांकन प्रपत्रों की खरीदारी की है. जिसमें कांग्रेस के प्रत्याशी सुखदेव भगत, लोकहित अधिकार पार्टी के रामचंद्र भगत, भारत आदिवासी पार्टी के मरियानुस तिग्गा, निर्दलीय प्रत्याशी स्टीफन किंडो, पिपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) के बिहारी भगत व आदिवासी किसान मजदूर पार्टी के सनिया उरांव ने नामांकन प्रपत्र की खरीदारी की है.
नामांकन पत्र खरीदने के लिए सबसे पहले कांग्रेस के सुखदेव भगत पहुंचे. उन्होंने शुभ मुहूर्त के अनुसार दिन के 1.05 बजे नामांकन पत्र खरीदे. इसके बाद अन्य प्रत्याशियों ने एक-एक कर नामांकन पत्र खरीदा. सुखदेव भगत ने बताया कि वे 25 अप्रैल को नामांकन दाखिल करेंगे. नामांकन के वक्त कांग्रेस पार्टी के कई बड़े नेता शामिल होंगे.
चमरा लिंडा के लिए क्या बोले कांग्रेस प्रत्याशी सुखदेव भगत
नामांकन पत्र खरीदने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सुखदेव भगत ने कहा है कि मैं गठबंधन का प्रत्याशी हूं. जहां तक चमरा लिंडा की बात है. वह मेरे छोटे भाई हैं और साथ ही साथ वे गठबंधन के भी सहयोगी हैं. वे सभी बातों को समझ रहे हैं. चमरा लिंडा आवेश में नहीं, बल्कि विवेक से निर्णय लें. समाज, देश व लोकतंत्र पहले है. चमरा लिंडा की छोटी से गलती से बीजेपी को फायदा होगा. वे संवेदनशीलता से बातों को समझें.
उन्होंने आगे कहा कि हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे. अगर हम अलग-अलग होकर चुनाव लड़ें तो इसका सीधा लाभ भाजपा व आरएसएस को होगा. कहीं, ऐसा न हो कि यह लोकसभा चुनाव देश के लिए अंतिम हो. सुखदेव भगत ने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव जनता के राष्ट्रीय मुद्दों पर आधारित होता है. परंतु, अगर लोहरदगा संसदीय क्षेत्र की मुददों की बात करें तो जब से भाजपा की सरकार बनीं. रेलवे लाइन पर कुछ काम नहीं हुआ.
जबकि यह मांग लंबे समय से उठ रही है. छोटानागपुर क्षेत्र की नाबालिग बेटियां मानव तस्करी का शिकार हो रही हैं. इस क्षेत्र से पलायन जारी है. ऐसे में अगर हम पर्यटन स्थलों को विकसित करें तो इस क्षेत्र के लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा. इस मौके पर आलोक कुमार साहू, राजनील तिग्गा, अकील रहमान, बसंत गुप्ता, अरूण गुप्ता सहित कई लोग थे.