नक्सलियों की सूचना पर जंगल घुसी गुमला व लोहरदगा की पुलिस, नहीं मिली सफलता
गुमला व लोहरदगा जिला की पुलिस ने भाकपा माओवादी के खिलाफ संयुक्त छापामारी अभियान चलाया. पुलिस को सूचना मिली थी कि माओवादी कमांडर रविंद्र गंझु, रंथु उरांव समेत कुछ लोग ठहरे हुए हैं.
गुमला : गुमला व लोहरदगा जिला की पुलिस ने भाकपा माओवादी के खिलाफ संयुक्त छापामारी अभियान चलाया. पुलिस को सूचना मिली थी कि माओवादी कमांडर रविंद्र गंझु, रंथु उरांव और बलराम अपने दस्ते के साथ बिशनपुर प्रखंड के रिसापाठ गांव के में ठहरे हुए हैं. इस सूचना के बाद दोनों जिला की पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया.
इस ऑपरेशन का नेतृत्व लोहरदगा जिला के अभियान एसपी दीपक पांडे, थानेदार घाघरा अभिनव कुमार, किस्को थानेदार अभिनव कुमार ने किया. इस दौरान पुलिस की टीम सेरेंगदाग, लप्सर, कुराग, चूल्हामाटी, रिसापाठ, चिरोपाठ के अलावा कई पहाड़ी इलाके पर स्थित गांव व जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया. पुलिस दिनभर नक्सलियों की तलाश करती नजर आयी.
हालांकि नक्सली नहीं मिले. पुलिस सूत्रों के अनुसार अभियान की सूचना के बाद नक्सलियों ने अपना ठिकाना बदल लिया. जिस कारण जब पुलिस पहुंची तो रिसापाठ में नक्सली नहीं दिखे. यहां बता दें कि दो दिन पूर्व लोहरदगा जिला के सेन्हा प्रखंड के कई गांवों में भाकपा माओवादी द्वारा पोस्टरबाजी की गयी थी.
जिसके बाद से पुलिस द्वारा लगातार सर्च ऑपरेशन किया जा रहा है. अभियान एसपी ने कहा कि सर्च ऑपरेशन के दौरान क्षेत्र की ओर आये थे. अभी माओवादी के खिलाफ लगातार सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा. माओवादी सरेंडर करें नहीं, तो जान से हाथ धोना पड़ेगा. सरकार की सरेंडर पॉलिसी के तहत लाभ भी ले सकते हैं. अभियान में सैकड़ों की संख्या में पुलिस के जवान थे.