लोहरदगा : लोहरदगा के समेकित ग्रामीण विकास अभिकरण में पदस्थापित प्रधान लिपिक राजेंद्र उरांव को एसीबी की टीम ने 50 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया है. वह कब्रिस्तान की घेराबंदी करने के लिए इमरान खान नामक युवक से कमीशन मांग रहे थे. जिसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की. इसके बाद एसीबी ने ये कार्रवाई की.
प्रधान लिपिक ने कमीशन के रूप में मांगा था 50 हजार रुपये
जानकारी के मुताबिक 31 साल के इमरान खान ने एसीबी को आवेदन देकर जानकारी दी कि ग्रामीण विकास अभिकरण में पदस्थापित प्रधान लिपिक कब्रिस्तान की घेराबंदी करने के ऐवज में 50 हजार रुपये मांग रहे हैं. कल्याण विभाग द्वारा इस काम को पूरा करने के लिए 24 लाख 98 हजार रुपये फंड आवंटित हुआ है. निर्माण कार्य 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है.
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शुरुआत में की गयी थी 70 हजार रुपये की डिमांड
हेड क्लर्क राजेंद्र उरांव कब्रिस्तान की घेराबंदी कराने के लिए बार-बार कमीशन के रूप में 70 हजार रुपये रिश्वत के रूप में डिमांड कर रहे थे. लेकिन ठेका लेना वाला युवक इमरान खान इतनी राशि नहीं देना चाहता था. इसके बाद क्लर्क और उनके बीच 50 हजार रुपये पर सहमति बनी. फिर उन्होंने एसीबी को आवेदन देकर कार्रवाई की गुहार लगायी.
एसीबी की टीम हेड क्लर्क को रंगे हाथ किया गिरफ्तार
आवेदन के आलोक में एसीबी की टीम ने मामले का सत्यापन के लिए इमरान खान को 50 हजार रुपये देने को कहा. एसीबी के कहे अनुसार युवक इमरान खान ने हेड क्लर्क राजेंद्र उरांव को पैसा दिया. इसी बीच एसीबी की टीम ने उन्हें दबोच लिया.