आधार कार्ड नहीं बनने से भोला उरांव की जिंदगी अधर में, इलाज के अभाव में आठ साल से है बिस्तर पर
जिसके बाद सही इलाज नहीं होने के कारण वह बेड में है. शुरुआत में भोला उरांव के परिवारवालों द्वारा उसका इलाज छोटे प्राइवेट अस्पतालों में कराया गया. परंतु कोई लाभ नहीं हुआ. परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उसका इलाज बड़े अस्पतालों में नहीं हो पाया. गिरने के बाद आठ वर्ष पूर्व आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, जिस समय भोला उरांव को आधार कार्ड निर्माण के लिए बुलवाया गया था.
Jharkhand News, Lohardaga News किस्को : किस्को प्रखंड क्षेत्र के नावाडीह पंचायत के नारी गांव निवासी 40 वर्षीय भोला उरांव इलाज के अभाव में आठ साल से बेड पर पड़ा है. परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय होने के कारण परिवार भी बेबस है. घर में अकेला कमाने वाला भोला उरांव आठ साल पहले गांव में ही सड़क किनारे चलते चलते गिर गया था. जिसके बाद भोला उरांव को लकवा हो गया.
जिसके बाद सही इलाज नहीं होने के कारण वह बेड में है. शुरुआत में भोला उरांव के परिवारवालों द्वारा उसका इलाज छोटे प्राइवेट अस्पतालों में कराया गया. परंतु कोई लाभ नहीं हुआ. परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उसका इलाज बड़े अस्पतालों में नहीं हो पाया. गिरने के बाद आठ वर्ष पूर्व आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, जिस समय भोला उरांव को आधार कार्ड निर्माण के लिए बुलवाया गया था.
परंतु उसे आधार कार्ड बनाने के लिए परिजन नही ले गये. आधार कार्ड नहीं होने के कारण राशन कार्ड में नाम होने के बावजूद राशन कार्ड नहीं बन पाया है. प्रखंड प्रशासन द्वारा समय समय पर भोला उरांव को राशन दिया जाता है. मुखिया द्वारा भी बीच बीच में राशन उपलब्ध कराया जाता है. आधार कार्ड नहीं बनने के कारण प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत मिलने वाली सुविधा, दिव्यांगता पेंशन नहीं मिल रहा है.
भोला के परिवार का भरण पोषण उसकी पत्नी द्वारा किया जा रहा है. परिवार वालों का कहना है कि प्रशासन द्वारा भोला उरांव का इलाज कराया जाये. इस संबंध में बीडीओ अनिल मिंज का कहना है कि उक्त व्यक्ति का सबसे पहले आधार कार्ड बनवाया जायेगा. जिसके बाद सरकारी सुविधा दी जायेगी. नावाडीह पंचायत मुखिया मंगरी असुर का कहना है कि पंचायत में भोला उरांव के योग्य किसी प्रकार का योजना पंचायत में नहीं है. भोला उरांव के पत्नी के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास दिया गया है. ठंड के मौसम में पंचायत की ओर से कंबल दिया गया है. फिलहाल पंचायत में दूसरा कोई योजना नहीं है जिसे भोला उरांव को दिया जा सकता है.
Posted By : Sameer Oraon