jharkhand news, Lohardaga news in hindi लोहरदगा : शहर के बीचोंबीच स्थित बॉक्साइट डंपिंग यार्ड लोगों के लिए अभिशाप बनता जा रहा है. डंपिंग यार्ड में सैकड़ों ट्रकों से बॉक्साइट लाकर गिराया जा रहा है. वहीं रोपवे से भी बॉक्साइट माइंस से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रॉली बॉक्साइट वहां पर गिर रहा है और रैक लोडिंग हो रही है.
लोडिंग व अनलोडिंग से होनेवाले प्रदूषण से पूरा इलाका प्रदूषित हो रहा है. साथ ही लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. लोहरदगा में कैंसर, हृदय रोग, स्वांस रोग समेत अन्य बीमारियां जोर-शोर से फैल रही है. वहीं सड़क जाम की समस्या आम हो गयी है. सबसे आश्चर्य की बात है कि शहर के बीचोंबीच बॉक्साइट डंपिंग यार्ड बनाने की स्वीकृति भी प्रदूषण विभाग से मिल गयी.
लोहरदगा के जनप्रतिनिधियों ने कभी इसका विरोध नहीं किया, जिन लोगों ने विरोध करने का प्रयास किया, उन्हें कुछ न कुछ कंपनी की ओर से लाभ देकर चुप करा दिया गया. किसी को ट्रांसपोर्टिंग, तो किसी को रेजिंग का काम मिला. इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में पड़ गया. स्थिति यह है कि लोहरदगा में आज मरीजों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है. स्थिति यह है कि मैना बगीचा, कोर्ट रोड इलाके में जहां पर डंपिंग यार्ड बना दिया गया है, उस इलाके का पानी पूरी तरह सूख चुका है.
बॉक्साइट की ढुलाई के लिए रेल लाइन बिछायी गयी और इसके लिए गहराई तक खुदाई की गयी और इसके बाद उस इलाके के लगभग लगभग सभी कुआं सूख चुके हैं. जलस्तर नीचे चला गया है. लोग पानी के लिए काफी परेशान होते हैं.
लोगों का कहना है कि हिंडालको कंपनी जनहित के ऊपर ध्यान न देकर स्वहित को लेकर एक ऐसा धब्बा लगा दिया है, जिससे लोग उबर नहीं सकते हैं. लोगों का कहना है कि कंपनी की ये तानाशाही लोगों के लिए अभिशाप साबित हो रही है. कोर्ट रोड के लोग बताते हैं कि बॉक्साइट की लोडिंग व अनलोडिंग बराबर जारी रहती है. जब रात के अंधेरे में बॉक्साइट ट्रॉली से गिरता है, तो घरों में कंपन होने लगता है. लोग चैन से सो नहीं पाते हैं.
इस संबंध में चिकित्सकों का कहना है कि बॉक्साइट से उड़नेवाली धूल से कई तरह की बीमारियां पैदा हो रही हैं. लोहरदगा में कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. हृदय रोगी भी बढ़ रहे हैं. सांस लेने की तकलीफ, टीबी, एलर्जी भी लोगों को हो रही है. इसका दुष्प्रभाव लगातार देखने को मिल रहा है. प्रदूषण से नयी-नयी बिमारियां बढ़ रही हैं.
शहर के कोर्ट रोड निवासी सिद्धांत प्रसाद ने बताया कि बॉक्साइट डंपिंग यार्ड से उनलोगों को परेशानी होती है. पानी सूख गया है व बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाती है. छत में कपड़ा नहीं डाल पाते हैं. प्रदूषण से भारी परेशानी हो रही है.
पिछले दिनों विधानसभा पर्यावरण समिति के लोगों ने लोहरदगा का दौरा किया और हिंडाल्को के बाॅक्साइट डंपिंग यार्ड भी गये. शहर के बीचोंबीच बाक्साइट डंपिंग यार्ड को देख कर वे लोग दंग रह गये. उनलोगों ने अविलंब इसे हटाने का आदेश दिया.
Posted By : Sameer Oraon