लोहरदगा के धर्मदेव ने गरीबी की वजह से छोड़ा घर तो मौत ने निगल लिया, जानें क्या पूरा मामला

दुर्घटना में मौत के बाद उसके शव को उसके गांव पहुंचा दिया गया. यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और धर्मदेव की मौत पर दुख प्रकट किया. लोगों का कहना था कि यदि गांव में ही काम मिलता, तो धर्मदेव लातेहार नहीं जाता.

By Prabhat Khabar News Desk | March 24, 2021 12:58 PM
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Jharkhand News, Lohardag News किस्को : गरीबी एवं बेरोजगारी ने घर छोड़ने को विवश किया, तो धर्मदेव पैसा कमाने ईंट भट्ठा चला गया. वहां उसे असमय मौत मिली. मामला किस्को प्रखंड क्षेत्र के फटेया टोली का है. धर्मदेव उरांव लातेहार जिला के हेरहंज थाना क्षेत्र के हुम्बू गांव के साकिन अंसारी के ईंट भठ्ठा में काम कर रहा था. वहीं उसकी मौत एक दुर्घटना में हो गयी. धर्मदेव के दो बच्चे हैं. पांच वर्षीय पुत्र आदित्य उरांव एवं सात वर्ष की बेटी अर्चना कुमारी. धर्मदेव की पत्नी 40 वर्षीय सुमती उरांव का रो-रो कर बुरा हाल है.

दुर्घटना में मौत के बाद उसके शव को उसके गांव पहुंचा दिया गया. यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और धर्मदेव की मौत पर दुख प्रकट किया. लोगों का कहना था कि यदि गांव में ही काम मिलता, तो धर्मदेव लातेहार नहीं जाता.

इस घटना के बाद गांव में शोक का माहौल है. धर्मदेव के दोनों बच्चे एकटक पिता का शव निहार रहे है. वहां मौजूद सबकी आंखें नम थी. लोग कह रहे थे कि धर्मदेव के बाद उसके दो मासूम बच्चे एवं पत्नी का जीवन कैसे चलेगा. धर्मदेव अपने परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य था.

Posted By : Sameer Oraon

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