राज्य सरकार पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता दे : बाबू लाल मरांडी
यहां खेती आधारित जो भी सुविधाएं हो सकती हैं, उसे सुदृढ़ करने की जरूरत है. रोजगार आधारित व्यवस्था भी करनी चाहिए. बेटहट के सभी लोग रोजगार के तलाश में पलायन किये थे. इसी बीच आपदा आयी और लोगों को काल के गाल में समा लिया. वर्तमान वैश्विक महामारी के समय भी लोग पलायन किये. यह कहीं न कहीं राज्य सरकार की कमियां हैं. राज्य सरकार अपने वादों को पूरा नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का एक साल का कार्यकाल की चर्चा न करें, तो बेहतर है.
लोहरदगा : पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी लोहरदगा दौरे के दूसरे दिन प्रेस प्रतिनिधियों को संबोधित किया. श्री मरांडी ने कहा कि चमोली की घटना बहुत ही दुखद है, परिवार जनों को कैसे मदद मिले. इसके लिए हम प्रयास करेंगे. राज्य सरकार को इन परिस्थितियों में आर्थिक सहायता करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को प्रत्येक पीड़ित परिवार के परिजन को पांच लाख रुपया देना चाहिए. चूंकि यह क्षेत्र कृषि आधारित क्षेत्र है.
यहां खेती आधारित जो भी सुविधाएं हो सकती हैं, उसे सुदृढ़ करने की जरूरत है. रोजगार आधारित व्यवस्था भी करनी चाहिए. बेटहट के सभी लोग रोजगार के तलाश में पलायन किये थे. इसी बीच आपदा आयी और लोगों को काल के गाल में समा लिया. वर्तमान वैश्विक महामारी के समय भी लोग पलायन किये. यह कहीं न कहीं राज्य सरकार की कमियां हैं. राज्य सरकार अपने वादों को पूरा नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का एक साल का कार्यकाल की चर्चा न करें, तो बेहतर है.
क्योंकि एक साल में राज्य सरकार कोई ठोस व्यवस्था नहीं कर पायी है. लोगों को रोजगार देने में अक्षम सरकार में लोग पलायन करने को मजबूर हैं और हादसे के शिकार हो रहे हैं. लोहरदगा क्षेत्र खनिज के नाम से जाना जाता है, लेकिन यहां के लोगों के लिए राज्य सरकार रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं कर रही है. खनिज से मिलनेवाली आय सरकार दबाकर रखी हुई है.
वर्तमान समय में राज्य में चोरी, डकैती, हत्या, बलात्कार जैसी घटनाएं भी चरम सीमा पर हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड में एक वर्ष में लगभग 15100 से ऊपर घटनाएं हुई हैं. इसमें से 600 जनजाति समाज तथा 400 दलित समाज के लोग शामिल हैं. यह चिंतनीय विषय है. अंचल एवं थाना में तमाम समस्याएं हैं. यहां अराजक स्थिति है. दोनों विभाग मुख्यमंत्री के पास हैं. बावजूद इसके व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो पा रही है. राज्य सरकार दबाव में काम कर रही है.
कृषि बिल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग लोगों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हिंडाल्को कंपनी के विरुद्ध लंबे समय से ट्रक ओनरों का धरना प्रदर्शन हो रहा है. ट्रक ओनर के मुख्य संरक्षक कांग्रेस के ही सांसद हैं फिर भी समस्या का हल निकालने में परेशानी क्यों हो रही है. मौके पर सांसद सुदर्शन भगत, जिला अध्यक्ष मनीर उरांव उपस्थित थे.
Posted By : Sameer Oraon