लोहरदगा में चार माह के बाद चालू हुई जलापूर्ति योजना, पानी मिलने से खुशी
ग्रामीण जलापूर्ति योजना को शुरू कराने को लेकर पेयजल तथा स्वच्छता विभाग से लेकर जिला प्रशासन तथा कुड़ू पंचायत के चयनित जनप्रतिनिधि से लेकर स्थानीय विधायक, सांसद खामोश थे. नतीजा जलापूर्ति ठप हो गयी थी. जलापूर्ति योजना चालू कराने को लेकर प्रशासनिक अधिकारी तथा जनप्रतिनिधियों के दरबार पर ग्रामीण हाजिरी लगा रहे थे. प्रभात खबर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 10 जून के अंक में प्रखंड प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया तथा स्थानीय विधायक सह मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव से विशेष बातचीत करते हुए मामले से मंत्री को अवगत कराया था.
लोहरदगा : चार माह के बाद गुरुवार को कुड़ू ग्रामीण योजना शुरू हो गयी. सुबह सात बजे से लेकर आधे घंटे तक जलापूर्ति पाइपलाइन से पानी आपूर्ति की गयी. चार माह के बाद पानी मिलने से ग्रामीण काफी खुश नजर आये. बताया जाता है कि ग्राम जल स्वच्छता समिति तथा कुड़ू पंचायत के जनप्रतिनिधियों की आपसी मतभेद के बाद फरवरी माह से ग्रामीण जलापूर्ति योजना ठप थी.
ग्रामीण जलापूर्ति योजना को शुरू कराने को लेकर पेयजल तथा स्वच्छता विभाग से लेकर जिला प्रशासन तथा कुड़ू पंचायत के चयनित जनप्रतिनिधि से लेकर स्थानीय विधायक, सांसद खामोश थे. नतीजा जलापूर्ति ठप हो गयी थी. जलापूर्ति योजना चालू कराने को लेकर प्रशासनिक अधिकारी तथा जनप्रतिनिधियों के दरबार पर ग्रामीण हाजिरी लगा रहे थे. प्रभात खबर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 10 जून के अंक में प्रखंड प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया तथा स्थानीय विधायक सह मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव से विशेष बातचीत करते हुए मामले से मंत्री को अवगत कराया था.
प्रभात खबर के खबर के बाद मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने उपायुक्त से फोन पर बातचीत करते हुए अविलंब जलापूर्ति योजना को चालू कराने का निर्देश दिया. मंत्री के प्रयास तथा प्रभात खबर में खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देख ग्राम जल स्वच्छता समिति को आदेश दिया कि तत्काल जलापूर्ति को चालू कराया जाये. गुरुवार सुबह जलापूर्ति चालू हो गयी. सबसे बड़ी बात यह है कि जलापूर्ति की गयी पानी को बगैर फिल्टर किए आपूर्ति कर दी गयी थी.