Jharkhand Tourism: कुड़ू (लोहरदगा) अमित राज-झारखंड के लोहरदगा जिले के नामुदाग इलाके की खूबसूरती देख आप मुग्ध हो जाएंगे. यहां स्विट्जरलैंड जैसे कुदरत के खूबसूरत नजारे देखने को मिलेंगे. पहाड़, घाटियां, वादियां, हरियाली, झरनों की झंकार. यहां आपको ऐसे एकाकार होते मिलेंगे कि मानो विधाता ने फुर्सत के क्षणों में धरती के इस कोने में बहुत सुंदर चित्र उकेरा है. दुनिया लोहरदगा जिले के इस इलाके से अनजान थी, लेकिन अब विदेशी सैलानी भी यहां आने लगे हैं.
ट्रेन से गुजरते प्रकृति का दीदार कर देता है अचंभित
झारखंड में इको टूरिज्म का यह नया ठिकाना लोहरदगा जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर है. यहां धोरधोरवा नाले पर राज्य़ के दूसरे सबसे ऊंचे पुल से गुजरती ट्रेन से प्रकृति का दीदार करना अचंभित कर देता है. यहां पर जंगलों की हरियाली, प्राकृतिक वातावरण, मुगलदाहा नदी की कलकल बहती धारा एवं झारखंड के दूसरे सबसे ऊंचे रेलवे पुल की सुंदरता हर किसी को आकर्षित कर लेता है.
सैलानियों की सुविधा के लिए टोकन सिस्टम
पहले नामुदाग समेत अन्य क्षेत्र उग्रवाद की चपेट में थे. धीरे-धीरे यहां पर उग्रवादियों का खौफ कम हुआ. वन विभाग ने क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काम शुरू किया. धोरधोरवा नाले पर बने रेल पुल एवं आस-पास के क्षेत्रों की देखरेख एवं सैलानियों की सुरक्षा को लेकर ग्राम वन सुरक्षा समिति का गठन किया गया है. इसके साथ ही साफ-सफाई से लेकर अन्य रखरखाव कार्य के लिए टोकन सिस्टम है, ताकि सैलानियों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो.
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