किस्को में बारिश से बर्बाद हुई फसल, किसान आर्थिक रूप से कमजोर

लगातार हुई बारिस से टमाटर, बोदी, शिमला मिर्च, भिंडी, धनिया, मिर्चा, गोभी व तरबूज पूरी तरह सड़ चुके हैं. हिसरी व आरेया पंचायत क्षेत्र के किसान संजय उरांव, मनोज उरांव, राजेंद्र उरांव, किशोर भगत, रमेश उरांव, प्रमोद साहू, प्रसाद उरांव, राहुल महतो, ननकू महतो, बिहारी उरांव, विनय प्रजापति, मुंशी उरांव, दनेल उरांव, जीवन उरांव, नरेड़ा महतो समेत सैकड़ों किसानों की फसल बर्बाद हुई है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 5, 2021 1:22 PM

किस्को : यास तूफान के बाद भी लगातार हो रही बारिश ने किस्को प्रखंड क्षेत्र के किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है. बारिश ने किसानों की फसल को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है. किसानों ने किसी तरह कर्ज लेकर खेती की थी, परंतु सब्जियों के निकलने के समय बारिश होने से सब्जी पूरी तरह सड़ गयी. सब्जी मवेशियों को भी खिलाने लायक नहीं बची.

लगातार हुई बारिस से टमाटर, बोदी, शिमला मिर्च, भिंडी, धनिया, मिर्चा, गोभी व तरबूज पूरी तरह सड़ चुके हैं. हिसरी व आरेया पंचायत क्षेत्र के किसान संजय उरांव, मनोज उरांव, राजेंद्र उरांव, किशोर भगत, रमेश उरांव, प्रमोद साहू, प्रसाद उरांव, राहुल महतो, ननकू महतो, बिहारी उरांव, विनय प्रजापति, मुंशी उरांव, दनेल उरांव, जीवन उरांव, नरेड़ा महतो समेत सैकड़ों किसानों की फसल बर्बाद हुई है.

किसानों का कहना है कि बारिश ने पूरी तरह खेती को चौपट कर दिया. किसान सब्जी बेच कर धान की खेती लगाने की आस में थे, परंतु अब फसल बर्बाद होने के बाद धान के बीज खरीदने के लिए किसानों को सोचना पड़ रहा है.

किसान आर्थिक रूप से कमजोर हो चुके हैं, जो की धान की खेती करने के लिए सरकार की ओर से सुविधा मिलने की आस लगाये बैठे हुए हैं. किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा जल्द से जल्द किसानों को क्षतिपूर्ति का मुआवजा दिया जाये, जिससे किसान धान की खेती कर पाये.

Posted By : Sameer Oraon

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