सालाना 24 लाख राजस्व देनेवाला कुड़ू बस स्टैंड बदहाल, यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाएं भी नहीं है मौजूद

यहां पर स्थित वीर सपूतों के प्रतिमाओं के समक्ष गंदगी का अंबार लगा हुआ है. बताया जाता है कि कुड़ू में बस स्टैंड का निर्माण 1989 में हुआ था. बस स्टैंड में अमर शहीद वीर बुधु भगत व डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगी हुई है. वर्तमान में दोनों महापुरुषों के प्रतिमाओं के सामने गंदगी का अंबार लगा हुआ है. साफ -सफाई की कोई इंतजाम नहीं है. बस स्टैंड में पेयजल की भी किल्लत है. यहां पर एक चापानल लगाया गया है, जो नाकाफी है. बस स्टैंड में बिजली का भी इंतजाम नहीं है. शाम होते ही बस स्टैंड अंधेरे में डूब जाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 14, 2021 1:42 PM

Jharkhand News, Lohardaga News लोहरदगा : जिला परिषद लोहरदगा द्वारा संचालित कुड़ू बस स्टैंड से राज्य सरकार को सालाना 24 लाख रुपये के राजस्व की प्राप्ति होती है. बावजूद इसके बस स्टैंड में यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाएं भी मौजूद नहीं हैं. बारिश के पानी की निकासी के लिए किसी प्रकार का इंतजाम नहीं किया गया है. हल्की बारिश होने पर बस स्टैंड में पानी भर जाता है.

यहां पर स्थित वीर सपूतों के प्रतिमाओं के समक्ष गंदगी का अंबार लगा हुआ है. बताया जाता है कि कुड़ू में बस स्टैंड का निर्माण 1989 में हुआ था. बस स्टैंड में अमर शहीद वीर बुधु भगत व डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगी हुई है. वर्तमान में दोनों महापुरुषों के प्रतिमाओं के सामने गंदगी का अंबार लगा हुआ है. साफ -सफाई की कोई इंतजाम नहीं है. बस स्टैंड में पेयजल की भी किल्लत है. यहां पर एक चापानल लगाया गया है, जो नाकाफी है. बस स्टैंड में बिजली का भी इंतजाम नहीं है. शाम होते ही बस स्टैंड अंधेरे में डूब जाता है.

बस स्टैंड से सुबह पांच बजे से रात आठ बजे तक बसों का आवागमन होता है. तड़के सुबह व देर शाम अंधेरे की वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.पूरे मामले में स्थानीय जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी मौन धारण किये हुए हैं. पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण बारिश का पानी आसपास की दुकानों में घुस जाता है. बीडीओ मनोरंजन कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. जिला परिषद को पूरे मामले से अवगत कराते हुए बस स्टैंड की सफाई से लेकर अन्य सुविधाओं को बहाली की मांग करेंगे. मामले को स्थानीय सदस्यों को संज्ञान में लाना चाहिए था.

Posted By : Sameer Oraon

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