किस्को : परहेपाठ पंचायत के छत्तरटोली गांव में लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है. गांव के लोग कुंआ का पानी पीने को विवश हैं. इसके देखते हुए ग्रामीणों की मांग पर सरकार द्वारा गांव में जल जीवन मिशन के तहत घर-घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के उद्देश्य से बोरिंग की गयी तथा घर-घर शुद्ध पेयजल पहुंचाने की बात कही गयी, परंतु गांव के कुछ ग्रामीणों द्वारा नल जल योजना का विरोध किया जा रहा है. इससे योजना प्रभावित हो रही है.
लोगों को पानी उपलब्ध होने में हो रही परेशानी को देखते हुए ग्रामीणों द्वारा प्रशासन के समक्ष आवेदन देकर गांव में बिना किसी रुकावट के नल जल योजना को पूर्ण कराने की मांग की गयी. ग्रामीणों द्वारा लिखित आवेदन देकर गांव के अनवर अंसारी, जाकिर अंसारी, मोइन अंसारी, युसूफ अंसारी, असलम अंसारी व सोबराती अंसारी पर योजना को प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगायी गयी है.
ग्रामीणों का कहना है कि कोई भी विकास योजना का शुभारंभ होना होता है, तो गांव के कुछ लोगों द्वारा बाधा उत्पन्न की जाती है, जिससे गांव का विकास सही तरीके से नहीं हो पाता है. गांव में शुद्ध पेयजल व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल के लिए दर-दर भटकना पड़ता है. गांव में एकमात्र चापाकल है, जिस पर भी मोइन अंसारी द्वारा कब्जा कर लिया गया था. उसे प्रशासन द्वारा हटवाया गया. वह भी चापानल अभी तक नहीं बना है.