लोहरदगा : कैरो व भंडरा प्रखंड की सीमा पर बने नंदनी जलाशय से न सिर्फ कैरो व भंडरा प्रखंड के लोगों को सिंचाई सुविधा मिलती है, बल्कि लोहरदगा प्रखंड के भी कई गांव के किसान इससे लाभान्वित होते हैं. किंतु इस वर्ष गर्मी के मौसम में गरमा फसल लगानेवाले किसान ठगा सा महसूस कर रहे हैं.
नहर में समुचित पानी नहीं छोड़े जाने के कारण सदर प्रखंड के बंसरी गांव निवासी रुस्तम अंसारी अजमत अंसारी, नेहला उरांव, बिरसा उरांव, बसीर अंसारी व बलिराम उरांव द्वारा की गयी सब्जी की खेती सूख रही है. किसानों का कहना है कि इस वर्ष पानी नहीं छोड़े जाने से फसल बर्बाद हो रही है. किसान पश्चिमी नहर में पानी छोड़े जाने की मांग कर रहे हैं.
उनका कहना है कि नकद कमाई की उम्मीद में नकदी फसल लगायी थी, लेकिन सिंचाई के अभाव में फसल बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गयी है. बहुत उम्मीद से महंगा खाद व बीज खरीद कर खेती की थी, ताकि आर्थिक स्थिति सुधर सके. नहर से पानी नहीं मिलने की वजह से उम्मीद टूटने लगी है.
अभी भी डैम से नहर में पानी छोड़ा जाये, तो फसल बर्बाद होने से बच जायेगी. कोरोना की वजह से इस वर्ष भी किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. कई किसानों ने केसीसी ऋण लेकर खेती की है. अब उन्हें इस बात की चिंता सता रही है कि फसल बर्बाद हो गयी, तो ऋण कहां से चुकायेंगे. किसानों का कहना है कि डैम में पानी पर्याप्त मात्रा में है. विभागीय लापरवाही की वजह से पानी नहीं छोड़ा जा रहा है. किसानों ने जिला प्रशासन से खेतों की सिंचाई के लिए डैम से पानी छोड़ने की मांग की है.
Posted By : Sameer Oraon