उग्रवादियों के गढ़ में अब आयेगी नाशपाती की मिठास, पेशरार की 300 एकड़ भूमि पर खेती शुरू
उग्रवादियों के गढ़ पेशरार में नाशपाती की खेती
लोहरदगा : लोहरदगा जिला के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र पेशरार प्रखंड में अब गोलियों की तड़तड़ाहट के स्थान पर नाशपाती की मिठास होगी. जिला प्रशासन द्वारा पेशरार प्रखंड क्षेत्र में विकास के लिए कई तरह की योजनाएं बनायी गयी है और इन्हें धरातल पर उतारा भी जा रहा है. पेशरार प्रखंड में लगभग 300 एकड़ भूमि में नाशपाती की खेती शुरू कर दी गयी है.
पेशरार के हेसाग पंचायत के बिडनी, हेंदेहास सहित अन्य गांवो में नाशपाती लगाने की प्रक्रिया आरंभ हो गयी है. लगभग 200 एकड़ भूमि का सत्यापन हो चुका है. गड्ढो की खुदाई की जा रही है. कार्य में तेजी लाने को लेकर अधिकारियों द्वारा लगातार क्षेत्र का भ्रमण भी किया जा रहा है. इस इलाके की अधिकांश भूमि परती पड़ी रहती थी. एक तो उग्रवादियों का खौफ था और ऊपर से सिंचाई सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण लोग खेती नहीं करते थे.
लेकिन डीसी दिलीप कुमार टोप्पो ने इस इलाके का दौरा किया और ग्रामीणों से बातचित की तो मालूम हुआ की ग्रामीण करना तो बहुत कुछ चाहते हैं लेकिन उन्हें कभी मौका ही नहीं दिया गया. कभी उग्रवाद का बहाना तो कभी दुर्गम इलाका होने की बात कहकर टाल दिया जाता था. डीसी ने इस इलाके में नाशपाती की खेती शुरू करने की बात कही.
उन्होंने इसके लिए नेतरहाट का भी दौरा किया. वहां की स्थिति को देखने के बाद पेशरार इलाके में नाशपाती की खेती काम शुरू किया गया. सिर्फ पेशरार प्रखंड क्षेत्र में 300 एकड़ भूमि को इसके लिए चिन्हित किया गया.
रोजगार मिलेगा, आमदनी भी होगी
पेशरार प्रखंड के किसान अगनू नगेशिया ने बताया कि नाशपाती की खेती से उन्हें काफी लाभ होगा. एक तो गांव में ही रोजगार मिलेगा. ऊपर से आमदनी भी होगी. आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में निश्चित रूप से समृद्धि देखने को मिलेगी.
व्यवस्था सरकार करेगी
नाशपाती की खेती से प्रति एकड़ में डेढ से दो लाख रुपये सलाना आमदनी होगी. तमाम तरह की व्यवस्था सरकारी स्तर से की जायेगा. किसानों को कोई खर्च नहीं करना पड़ेगा. नाशपाती बेचने के लिए भी उन्हें परेशान होने की जरूरत नही होगी.
किसान खुशहाल, तो देश खुशहाल
जिले के उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो ने बताया कि पेशरार एवं किस्को प्रखंड मे बडे पैमाने पर नाशपाती की खेती शुरू कर दी गयी है. आने वाले दिनों में इसका सकारात्मक परिणाम सामने आयेगा. किसान खुशहाल होंगे, तो देश खुशहाल होगा.
क्षेत्र में खुशहाली आयेगी
लोहरदगा जिला का पेशरार इलाका उग्रवादियों का गढ़ माना जाता है. पेशरार में ही 4 अक्तूबर 2000 को तत्कालीन पुलिस कप्तान अजय कुमार सिंह की हत्या उग्रवादियों ने कर दी थी. उसके बाद से पेशरार इलाके का विकास थम सा गया था. बाद में पेशरार में थाना की स्थापना हुई. बेहतर सड़क का निर्माण किया गया. अब नाशपाती की खेती से क्षेत्र में खुशहाली भी आयेगी.
Posted By : Sameer Oraon