सरकारी स्तर पर धान की खरीदारी की रफ्तार धीमी
लोहरदगा जिला में सरकारी स्तर पर धान की खरीदारी की रफ्तार बिल्कुल धीमी है.
गोपी कुंवर लोहरदगा. लोहरदगा जिला में सरकारी स्तर पर धान की खरीदारी की रफ्तार बिल्कुल धीमी है. जिले में अब तक 19 लैंपस और दो एफपीओ के माध्यम से मात्र 14630 क्विंटल धान की खरीदारी की गयी है .जबकि इस वर्ष जिले में धान खरीद का लक्ष्य ढाई लाख क्विंटल निर्धारित किया गया है .अभी तक जिले में लक्ष्य के अनुरूप खरीदारी नहीं हो पायी है. 19 लैंपस और दो एफपीओ के माध्यम से किसानों से धान की खरीदारी की जा रही है ,लेकिन किसान यहां धान बेचने के प्रति उदासीन नजर आ रहे हैं .किसानों का कहना है कि उन्हें घर बैठे खरीदार मिल जा रहे हैं जो उन्हें 22 रुपए किलो का भाव दे रहे हैं. साथ ही नगदी पैसे का भुगतान भी कर रहे हैं .मशीन से खेत में ही धान की कटनी एवं मिसनी हो रही है और वही धान के खरीदार पहुंच जा रहे हैं और नगद राशि दे कर धान ले जा रहे हैं, लेकिन सरकार द्वारा धान खरीदारी की जा रही है तो लैंपस में तरह-तरह की अड़चनें सामने आ रही है. कभी गोदाम भर जाने के कारण किसानों को धान लेकर वापस आना पड़ रहा है, तो कभी कोई अन्य परेशानी आ जा रही है. इससे बेहतर है कि खेत में ही साहूकारों से धान बेचकर नगद राशि ले ले रहे हैं. किसानों का कहना है कि लैंपस तक धान ले जाने में ढुलाई भी काफी लग जा रहा है जिसके कारण हिसाब किताब करने के बाद खेत में ही धान बेच देने में बुद्धिमानी लग रहा है. इधर धान खरीदारी को लेकर विभाग भी कोई खास रुचि नहीं ले रहा है. बिचौलिए हावी है और अधिकारी सुस्त नजर आ रहे हैं.
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