…तिलकुट की खरीदारी करता खरीदार लोहरदगा. नववर्ष खत्म होने के बाद अब लोग मकर संक्रांति की तैयारी में जुट गये हैं. मकर संक्रांति का मुख्य प्रसाद तिलकुट का बाजार जोरों पर है. लोग जनवरी में तिलकुट का उपयोग काफी मात्रा में करते हैं. बाजार की मांग को देखते हुए तिलकुट बनाने वाले लोग शहरी क्षेत्र के विभिन्न चौक -चौराहों पर तिलकुट बनाने में लग गये हैं. हर चौक -चौराहों पर तिलकुट की सोंधी खुशबू आने लगी है. बाजार में विभिन्न किस्म के तिलकुट ग्राहकों को उपलब्ध कराये जा रहे हैं. ग्राहक भी विभिन्न वैराइटी के तिलकुट की मनपसंद खरीदारी कर रहे हैं. पावरगंज चौक स्थित तिलकुट दुकान के संचालक भगत साहू ने बताया कि दिसंबर से ही तिलकुट बनाने का काम शुरू कर दिया गया है. तिलकुट काफी मात्रा में बिक भी रहा है. मकर संक्रांति के लिए स्टॉक भी किया गया है. भगत साहू ने बताया कि उनके यहां स्पेशल कम मीठा तिलकुट 400 रुपये किलो, मीडियम मीठा तिलकुट 300 रुपये किलो, ज्यादा मीठा तिलकुट 200 रुपये किलो, लड्डू पापड़ी 300 रुपये किलो, काला तिल का लड्डू कम मीठा 400 रुपये किलो, खूबी लाइट खोवा तिलकुट 500 रुपये किलो, लाइट गुड़ तिलकुट 260 रुपये उपलब्ध हैं. भगत साहू ने बताया कि खोवा तिलकुट की कीमत सबसे ज्यादा होने के बावजूद इसी तिलकुट की मांग बाजार में सबसे ज्यादा है. भगत साहू ने बताया कि 10 जनवरी के बाद 14 जनवरी तक तिलकुट की मांग काफी बढ़ जाती है जिसको ध्यान में रखते हुए स्टॉक किया जा रहा है. तिलकुट बनाने के लिए स्पेशल तिल बाहर से लाया जाता है. गुड़ भी बेहतर क्वालिटी का है, ताकि ग्राहकों को कोई नुकसान ना हो. ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए पूरी सफाई के साथ तिलकुट बनाने का काम किया जाता है.
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