रांची-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का लोहरदगा में ठहराव के बाद अन्य ट्रेनों का परिचालन भी शुरू कराने की मांग

संजय बर्म्मन ने सांसद सुदर्शन भगत को पत्र प्रेषित कर कहा है कि आप लोगों के सार्थक प्रयास से रांची नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का ठहराव लोहरदगा में शुरू हो गया है

By Prabhat Khabar News Desk | August 22, 2023 1:11 PM

भाजपा पिछड़ा जाति मोर्चा के जिला के विशेष आमंत्रित सदस्य संजय बर्म्मन ने रांची-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का ठहराव लोहरदगा में कराये जाने को जिलेवासियों के लिए बढ़ी उपलब्धि बतलाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री अवनी वैष्णव व स्थानीय सांसद सुदर्शन भगत के प्रति आभार जताया हैं.

इस संबंध में श्री बर्म्मन ने सांसद सुदर्शन भगत को पत्र प्रेषित कर कहा है कि आप लोगों के सार्थक प्रयास एवं क्षेत्र की संवेदनशीलता को समझते हुए रांची नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का ठहराव लोहरदगा में 13 अगस्त से शुरू हो गया है. प्रेषित पत्र में कहा गया है कि यह क्षेत्र अनुसूचित जनजाति बाहुल्य पिछड़ा इलाका होने के अतिरिक्त यह कृषि, पर्यटन बॉक्साइट आदि खनिज संपदा का डिपोजिट प्रचुर मात्रा में है. कहा कि रांची दिल्ली गरीब रथ ट्रेन से 12877 तीन दिन वाया बरकाकाना होकर चलती है,

उसे दो दिन लोहरदगा टोरी होकर चलाने, रांची से आनंद विहार स्वर्ण जयंती एक्स 12873 तीन दिन गया तथा तीन दिन बरकाकाना होकर चलती है, उसे दो दिन वाया लोहरदगा टोरी करने, संबलपुर जम्मू तवी एक्स ट्रेन से 18309 चार दिन बरकाकाना होकर चलती है उसे दो दिन वाया लोहरदगा टोरी होकर चलाने, रांची वाराणसी ट्रेन 7 दिन वाया बरकाकाना होकर चलती है, उसे दिन वाया लोहरदगा टोरी होकर चलाने, रांची अजमेर शरीफ गरीब नवाज एक्स 18631 कोविड 19 के कारण बंद हो गई थी उसे पुनः वाया लोहरदगा होकर चलाया जाए. बरकाकाना पटना पलामू एक्स 13347 को रांची से प्रारंभ कर वाया लोहरदगा टोरी चलाने,

हावड़ा अहमदाबाद ट्रेन संख्या 19414 वाया बडकाखाना टोरी होकर चलती है, उसका ठहराव टोरी स्टेशन में करने, लोहरदगा रेलवे लाइन को कोरबा छत्तीसगढ़ से जोड़ने की मांग की है. साथ ही कहा है कि टोरी चंदवा एनएच 22 में स्थित रेलवे फाटक में ट्रेनों के भारी आवागमन से काफी जाम लगा रहता है जिसमें एंबुलेंस के साथ आमजन त्राहिमाम है. इसे शीघ्र रेलवे ओवरब्रिज बनाने, लोहरदगा रेलवे की जमीन में स्थित हिंडाल्को की बॉक्साइट डंपिंग यार्ड यहां से हटने वाली है. साथ ही हटिया रेलवे यार्ड में ट्रेनों का दबाव काफी बढ़ा हुआ है, खाली हो रहे स्थान पर वार्ड बनाया जाये.

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