18 माह से ठप पड़ी है ग्रामीण जलापूर्ति योजना
सरकार से कुड़ू वासियों की उम्मीदें बढ़ गयी है. बड़ा सवाल बना हुआ है और क्या गर्मी से पहले कुड़ू शहरी क्षेत्र के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मिल पायेगा
कुड़ू
. सरकार से कुड़ू वासियों की उम्मीदें बढ़ गयी है. बड़ा सवाल बना हुआ है और क्या गर्मी से पहले कुड़ू शहरी क्षेत्र के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मिल पायेगा. कुड़ू ग्रामीण जलापूर्ति योजना का हाल बेहाल हो गया है . ग्रामीण जलापूर्ति योजना के ठप रहने से आमजनों को पीने का पानी जुगाड़ करने में पसीना छूट रहा है . यहां 18 माह से जलापूर्ति ठप्प है .कुड़ू ग्रामीण जलापूर्ति योजना को साल 2014 – 2015 मे स्वीकृति दी गयी थी. शहरी जलापूर्ति योजना के लिए लगभग आठ करोड़ पचास लाख रुपया आवंटित किया गया था. शहरी क्षेत्र में लगभग 35 किलोमीटर तक पाइपलाइन बिछाते हुए 2100 घरों में कनेक्शन देने, पाइपलाइन बिछाने के लिए तोड़े गये पीसीसी सड़क को पीसीसी करने समेत अन्य कार्य शामिल था . ठेकेदार ने दक्षिण कोयल नदी मे इंटेक वेल समेत पंप हाउस, फिल्टर हाउस, जलमीनार बना दिया . पाइपलाइन भी बिछाया गया, लेकिन कहीं – कहीं पाइपलाइन बिछाने के लिए तोड़े गये सड़क को नहीं बनाया गया. 2100 कनेक्शन के बदले लगभग 1400 कनेक्शन देकर छोड़ दिया गया है. कनेक्शन के समय लगाया गया पाइप फट गया है. शहरी जलापूर्ति योजना का संचालन ग्राम पेयजल स्वच्छता समिति को करना था. कनेक्शनधारियों से पेयजल शुल्क के नाम पर 60 रुपया हर माह लेते हुए जलापूर्ति योजना का मेंटनेंस तथा मजदूरी भुगतान करना था. लगभग दो साल तक योजना का संचालन हुआ बाद में ग्राम पेयजल स्वच्छता समिति तथा कुड़ू पंचायत के जनप्रतिनिधियों के बीच आपसी तालमेल के अभाव मे योजना ठप हो गयी.योजना के ठप रहने का कारण अनेक, समाधान नहींबताया जाता है कि कुड़ू ग्रामीण जलापूर्ति योजना में कनेक्शन देने के नाम पर प्रति कनेक्शनधारियों से 360 रुपया के हिसाब से शुल्क लिया गया था. प्रखंड कार्यालय में आयोजित बैठक में कनेक्शन के नाम पर लिए गए पैसों का आडिट तथा हिसाब मांगा गया था लेकिन 18 माह बाद भी कनेक्शन के नाम पर लिए गए पैसों का आडिट कराना तो दूर हिसाब तक प्रखंड कार्यालय को नहीं दिया गया है . योजना संचालन को लेकर ग्राम पेयजल स्वच्छता समिति का गठन नहीं हो पाया है . नतीजा योजना को प्रारंभ करने की दिशा में कोई प्रगति नहीं हो पाई है. नतीजा तीन हजार की आबादी शुद्ध पेयजल के लिए तरह रही है .सड़क निर्माण के दौरान कनेक्शन क्षतिग्रस्त, पीएचइडी विभाग ने की जांचनेशनल हाइवे 143 ए कुड़ू – घाघरा तक सड़क मजबूतीकरण तथा नाली निर्माण के दौरान जलापूर्ति योजना के तहत शहरी क्षेत्र में किये गये लगभग 100 कनेक्शन को क्षतिग्रस्त कर दिया है . पीएचइडी विभाग के कनीय अभियंता ने मामले की जांच किए . रिपोर्ट के माध्यम से क्षतिग्रस्त कनेक्शन को दुरुस्त कराने तथा पाइप लाइन को चालू कराने की बात बतायी जा रही है.
आवंटन मिलने के बाद होगा काम : कनीय अभियंतापेयजल तथा स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता सरफराज अंसारी ने बताया कि सड़क निर्माण के दौरान कई स्थानों पर पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गया है. इसके अलावा मशीन हाउस के समीप लगा ट्रांसफर खराब हो गया है. सभी समस्याओं से विभाग को अवगत कराते हुए डिमांड मांगा गया है. आवंटन मिलने के बाद कार्य शुरू होगा तथा जल्द ही कुड़ू वासियों को शुद्ध पेयजल मिलेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है