संरक्षण विभाग की योजना में घोटाला: लाभुक के पास जेनरेटर रख कर फोटो खिंचायी, फिर ले लिया वापस
विभाग ने कुड़ू प्रखंड के बंदुवा सरना टोली निवासी तुलसी टाना भगत, सुनील टाना भगत, चुंद नवाटोली निवासी हरिदेव टाना भगत सहित 16 लोगों को इस योजना का लाभुक बनाया है.
भूमि संरक्षण विभाग ने 16 टाना भगत लाभुकों के लिए डीप बोरिंग योजना स्वीकृत की थी. प्रति लाभुक योजना 3.5 लाख रुपये की है. इस योजना के तहत लाभुकों का बोरिंग करवा कर जेनरेटर भी साथ में देने की योजना है. लेकिन बहुत की जगहों पर ठेकेदार ने डीप बोरिंग करवा कर लाभुकों को जेनरेटर नहीं दिया है. जेनरेटर की राशि ठेकेदार ने हड़प ली.
विभाग ने कुड़ू प्रखंड के बंदुवा सरना टोली निवासी तुलसी टाना भगत, सुनील टाना भगत, चुंद नवाटोली निवासी हरिदेव टाना भगत सहित 16 लोगों को इस योजना का लाभुक बनाया है. लाभुकों ने बताया कि दो महीने पहले ठेकेदार गाड़ी में एक जेनरेटर लाया था. डीप बोरिंग वाली जगह पर जेनरेटर रख कर फोटो खिंचायी, उसके बाद जेनरेटर साथ में ले गया. लाभुकों को दिये जानेवाले जेनरेटर की कीमत 75,000 रुपये है.
भूमि संरक्षण विभाग के पदाधिकारी, कर्मी एवं ठेकेदार की मिलीभगत से लाभुकों को जेनरेटर नहीं मिलने की सूचना के बाद जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार साहू लाभुकों से मिले. लाभुकों ने आलोक कुमार साहू को बताया कि ठेकेदार ने एक साजिश के तहत जेनरेटर लेकर लाभुक के साथ फोटो खिंचवा कर दिखा दिया कि जेनरेटर लाभुक को दे दिया गया है.
आलोक कुमार साहू ने मामले से उपायुक्त को अवगत कराकर दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करने कि मांग की. उपायुक्त ने मामले की जांच करा कर दोषी पदाधिकारियों, कर्मियों पर कार्रवाई करने की बात कही. इस संबंध में भूमि संरक्षण पदाधिकारी संजय राम ने कहा कि यह मामला उनके लोहरदगा में पदस्थापना से पहले का है. वे इसकी जानकारी ले रहे हैं. पानी पंचायत बनाया गया है और ऐसी गड़बड़ी अगर हुई है, तो मामला गंभीर है.