स्वास्थ्य व पोषण के विषय अंतर्गत प्रसव पूर्व जांच, एनीमिया, सिकल सेल जांच, साफ-सफाई, स्वच्छ पीने के पानी आदि बिंदुओं पर गहनता से चर्चा की गयी. कहा गया कि स्वस्थ रहने के लिए साफ पानी का उपयोग बहुत आवश्यक है. चाहे वह पीने का पानी हो या नहाने का पानी इस्तेमाल किया जाना हो, साफ पानी बहुत आवश्यक है, जिसका ध्यान रखा जाना चाहिए. घरों में प्रसव की स्थिति में उसे स्किल्ड बर्थ अटेंडेंट की देखरेख में कराये जाने का निर्देश दिया गया. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर व्यवस्था और समय से मरीजों को वहां तक पहुंचाने के लिए व्यवस्था रखे जाने का निर्देश दिया गया.
शिक्षा के विषय पर प्राइमरी से प्राइमरी, अपर प्राइमरी से सेकेंडरी तक छात्र-छात्राओं के ट्रांजिशन पर चर्चा की गयी और इसके लिए बेहतर पहल किये जाने का निदेश दिया गया, ताकि कोई अपनी पढ़ाई अधूरी नहीं छोड़े. शिक्षा अंतर्गत विद्यालयों में गर्ल्स टॉयलेट, पीने का पानी, रनिंग वाटर, बिजली की व्यवस्था, सत्र प्रारंभ होने पर पाठ्यपुस्तकों की व्यवस्था की भी समीक्षा की गयी. बच्चों को विद्यालयों में रागी के लड्डू मे चीनी का कम उपयोग करने का निर्देश दिया गया.कृषि व जल संसाधन विषय अंतर्गत माइक्रो इरिगेशन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, जिला में एफपीओ की स्थिति की समीक्षा की गई. किसानों को केसीसी ऋण से अच्छादित किये जाने का निर्देश एलडीएम लोहरदगा व जिला कृषि पदाधिकारी को दिया गया. जिला के अमृत सरोवरों में मत्स्य पालन हेतु स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहित करने का निदेश डीपीएम जेएसएलपीएस को दिया गया. साथ ही केज फिश कल्टीवेशन की भी जानकारी दी गयी. किसानों को ऑर्गेनिक खेती हेतु प्रोत्साहित करने, प्रशिक्षित करने व उन्हें आवश्यक जरूरतों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया. मंत्री द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऑर्गेनिक फार्मिंग के लक्ष्य से संबंधित कैबिनेट के निर्णय से भी सभी को अवगत कराया गया. रसायनिक उर्वरकों से होनेवाले नुकसान के बारे राज्यमंत्री ने जानकारी दी. मूलभूत संरचना विषय अंतर्गत ग्राम पंचायतों में इंटरनेट कनेक्शन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत जिला में बने पथों, ग्राम पंचायतों में कॉमन सर्विस सेंटर की स्थिति की समीक्षा की गयी. वित्तीय समावेशन अंतर्गत प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, आधार सीडिंग आदि की समीक्षा की गयी. कौशल विकास अंतर्गत जिला में आइटीआइ प्रशिक्षण संस्थानों की जानकारी ली और निर्देश दिया गया कि यहां के छत्र-छात्राओं को हाइड्रोकार्बन स्किलिंग का प्रशिक्षण दिया जाये, ताकि वेल्डिंग व रूफ वेल्डिंग के साथ-साथ वे गैसपाईप वेल्डिंग का भी गुर सीख सकें. पेट्रोलियम इंडस्ट्रीज में इसकी अपार संभावनाओं से मंत्री ने सभी को अवगत कराया.
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