लोहरदगा जिले में विधवा पेंशन के लिए दर-दर भटक रही सुमरी उरांव, लेकिन नहीं मिल रही है कोई सरकारी मदद
तब से सुमरी उरांव कई बार प्रखंड के पदाधिकारियों, कर्मचारियों व जनप्रतिनिधियों से विधवा पेंशन के लिए गुहार लगा चुकी है. अब वह विधवा पेंशन की उम्मीद छोड़ चुकी है. उसका कहना है जिसके पास पैसा रहता है या जो पहुंच वाला व्यक्ति होता है, उसी को सरकारी सुविधाएं मिलती हैं.
लोहरदगा : लोहरदगा जिले के किस्को प्रखंड अंतर्गत बगडू पंचायत के ग्राम पतरातू नवाटोली की 92 वर्षीय विधवा सुमरी उरांव विधवा पेंशन के लिए दर-दर भटक रही है, किंतु अब तक उसे विधवा पेंशन की सुविधा नहीं मिली. ज्ञात हो कि उसके पति जेरकू भगत का निधन लगभग 15 वर्ष पूर्व हुई थी.
तब से सुमरी उरांव कई बार प्रखंड के पदाधिकारियों, कर्मचारियों व जनप्रतिनिधियों से विधवा पेंशन के लिए गुहार लगा चुकी है. अब वह विधवा पेंशन की उम्मीद छोड़ चुकी है. उसका कहना है जिसके पास पैसा रहता है या जो पहुंच वाला व्यक्ति होता है, उसी को सरकारी सुविधाएं मिलती हैं.
हम जैसी असहाय गरीब महिला को पूछने वाला कोई नहीं है. उल्लेखनीय है कि सुमरी उरांव के साथ उसकी एक 50 वर्षीय विधवा बेटी रहती है. वह लोगों के यहां मजदूरी करती है, जिससे दोनों मां-बेटी का भरण-पोषण होता है.