जलमीनार खराब होने से हो रही है परेशानी
बगड़ू पंचायत के पतरातू गांव में पड़हा भवन के पास पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा निर्मित जलमीनार पिछले दो वर्ष से अधिक समय से खराब पड़ी है.
मरम्मत के नाम पर हुई खानापूर्ति,दो वर्ष से अधिक समय से खराब है जलमीनार
फोटो खराब पड़ी जलमीनार को दिखाते ग्रामीण
लोहरदगा. बगड़ू पंचायत के पतरातू गांव में पड़हा भवन के पास पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा निर्मित जलमीनार पिछले दो वर्ष से अधिक समय से खराब पड़ा है. जलमीनार से हर घर नल कनेक्शन के तहत पतरातू गांव के लगभग 100 से अधिक घरों को पानी दी जाती थी. जो जलमीनार पिछले दो वर्ष से अधिक समय से खराब पड़ी हुई है.ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त जलमीनार का मरम्मत दो वर्ष पूर्व जिला परिषद लोहरदगा द्वारा पंद्रहवे वित्त आयोग से 05 लाख 88 हजार 600 रुपये की लागत से संवेदक नाहिद अहमद द्वारा करायी गयी थी. ग्रामीणों का कहना है कि संवेदक द्वारा जैसे तैसे जलमीनार का रंग रोगन किया गया.सोलर प्लेट टूटे होने के कारण पानी नहीं चढ़ रहा था. पांच लाख की लागत में मरम्मत की जानी थी,परंतु जैसे तैसे रंग रोगन कर बगैर खराब समान को बदले सरकारी राशि की पूरी तरह बंदरबांट की गयी. ग्रामीणों द्वारा दवाब दिये जाने पर बीच में मामूली मरम्मत की गयी, लेकिन वह बेकार साबित हुई. जलमीनार मरम्मत के बाद से खराब पड़ी है. जिसकी शिकायत के बावजूद जलमीनार दुरुस्त नहीं की गयी. जनता पानी के लिए त्रस्त है. लोग पीएचडी विभाग में शिकायत कर परेशान हैं, लेकिन सुनने को कोई तैयार नहीं है. फिलहाल जलमीनार शोभा की वस्तु बनी हुई है.पतरातू गांव में एचडी द्वारा लगायी गयी अधिकांश जलमीनार खराब होने से लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है