लोहरदगा के इस शख्स ने आम बागवानी योजना के तहत एक लाख रूपये की कमाई की, चार वर्ष पूर्व लगाये थे 550 पौधे
उनमें से मात्र 10 पौधे मरेे. इसके बाद बोधन मुंडा अपनी मेहनत और देखभाल से 540 पौधों को मरने से बचा लिया. उस वक्त बोधन मुंडा ने कल्पना भी नहीं की थी कि चार वर्ष बाद ये आम के पौधे पेड़ बन जायेंगे और फल देंगे.
लोहरदगा : जिले के किस्को प्रखंड के पाखर पंचायत के सलैया खरसीटांड़ के रहनेवाले बोधन मुंडा आम बागवानी योजना के तहत लगायी गयी पहली फसल को बेचकर एक लाख रुपये की आमदनी कर चुके है. इन्होंने अपनी जमीन पर आम बागवानी योजना से चार वर्ष पूर्व 550 पौधे लगाये थे.
उनमें से मात्र 10 पौधे मरेे. इसके बाद बोधन मुंडा अपनी मेहनत और देखभाल से 540 पौधों को मरने से बचा लिया. उस वक्त बोधन मुंडा ने कल्पना भी नहीं की थी कि चार वर्ष बाद ये आम के पौधे पेड़ बन जायेंगे और फल देंगे.
बोधन ने बताया कि एक पेड़ में 15 से 20 किलो आम का उत्पादन हो रहा है. उन्होंने अपनी मेहनत से अपनी किस्मत बदली. बोधन बताते है कि उनके खेत में अब 540 आम के ऐसे पेड़ हैं जो नियमित तौर पर प्रत्येक वर्ष फल देंगे. बोधन ने बताया कि इस वर्ष सभी पेड़ पर आम के फल लगे. जिसमें से आधे को बेचकर उन्हें लगभग 1 लाख रुपये की आय हो चुकी है.
वहीं लगभग 250 पेड़ों में आम के फल अभी भी लगे हुए हैं. बोधन के अनुसार आम का उत्पादन इस वर्ष बहुत हुआ है. जिससे आम के फल प्रचुर मात्रा में बाजार में उपलब्ध हैं. कुछ दिनों के इंतजार के बाद जब इस फल की अच्छी कीमत मिलेगी, तब इन्हें तोड़कर बाजार में पहुंचाया जायेगा. इससे भी अच्छी आय होने का अनुमान है.
बोधन मुंडा के पास पांच एकड़ की जमीन है. गर्मी में जमीन के बाकी हिस्से में कद्दू, मिर्च और खीरा उपजाकर भी आय प्राप्त करते हैं. खेत में सिंचाई के लिए मनरेगा से कुआं भी है. अभी खेत में टमाटर का पौधा तैयार है, जिससे लगाया जाना बाकी है. बोधन जैसे किसान वैसे लोगों के लिए भी प्रेरणास्रोत हैं जो सरकार की योजनाओं से जुड़ कर अपनी आय बढ़ाना चाहते हैं.