आदिवासी समाज को एकजुटता के साथ आगे बढ़ने की जरूरत : फुलेश्वर उरांव
राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा जिला समिति लोहरदगा के बैनर तले भगवान बिरसा मुंडा जयंती सह राष्ट्रीय सरना धर्म महासम्मेलन आयोजित किया गया.
लोहरदगा. राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा जिला समिति लोहरदगा के बैनर तले भगवान बिरसा मुंडा जयंती सह राष्ट्रीय सरना धर्म महासम्मेलन आयोजित किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत एमजी रोड स्थित झखरा कुम्बा सरना स्थल प्रांगण से शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा वीर शिवाजी चौक, अलका, मेनका रोड होते हुए न्यू रोड, सोमवार बाजार, पावरगंज चौक, साइडिंग बस स्टैंड, कचहरी मोड़ स्थित दरहा देशवली कुटमू महासम्मेलन स्थल पहुंची. कार्यक्रम का उद्घाटन लोहरदगा जिला धर्म गुरु फुलेश्वर उरांव,जोरी पंचायत मुखिया राजू उरांव, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा उपाध्यक्ष सोमे उरांव, बिरसा उरांव, चेरो आदिवासी महासभा अध्यक्ष विनय सिंह चेरो, बिहार पूर्णिया कटिहार राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के अध्यक्ष दयामनी उरांव, शांति उरांव, अध्यक्ष सुरेश उरांव, सहदेव उरांव ने किया. मौके पर पलामू, रांची, लापूग, लातेहार, लोहरदगा राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा से अतिथि भी पहुंचे थे. कार्यक्रम का शुभारंभ कलश पर दीप प्रज्वलित कर की गयी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मे रामप्यारी उरांव , पलामू बबन उरांव, हजारीबाग, रामदेव उरांव, लातेहार, सोमरा उरांव, खूंटी, संदीप उरांव,रामगठ, फुल्केश्वर उरांव लोहरदगा , विशिष्ट अतिथि प्रेममांती उरांव,पवन बारला,लपूग, करमा उरांव, सुरेश उरांव , धर्म अगुवा कटिहार बिहार सहदेव उरांव, पूर्णिया बिहार बिनय सिन्हा शामिल थे . मौके पर विनय चेरो ने कहा कि चेरो समाज व आदिवासी समाज के साथ एक जुट होकर आगे बढ़ना है. कार्यक्रम में मुख्य रूप से केन्द्रीय सरना समिति संरक्षक मनी उरांव, प्रोफेसर लोहरा उरांव, सुधू भगत, बिहारी भगत, जय सिंह चेरो, विनय सिंह खेरवार, वीरेंद्र उरांव, सहित बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के अगुवागण मौजूद थे. कार्यक्रम में आदिवासी ढोल मादर वाद्ययंत्र आदिवासी रीति-रिवाज परंपरा वेष भूषा के साथ नृत्य प्रस्तुत किया गया.
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